पावरलूम उद्योग को मिले राहत
भीलवाड़ा. सिंथेटिक विविंग मिल्स एसोसिएशन ने रीको के रीजनल मैनेजर को पत्र लिखकर टेक्सटाइल पावरलूम उद्योग को राहत देने की मांग की है। एसोसिएशन अध्यक्ष संजय पेड़ीवाल ने बताया कि 20 मार्च से लॉकडाउन के चलते जिले की सभी औद्योगिक इकाइयां बंद थी, जो 25 मई से चालू हुई। इसके चलते सरकारी व गैर सरकारी क्षेत्रों से नकदी की आवक जीरो हो गई है। एसोसिएशन ने रीको अलॉटमेंट के बाद भुगतान की समय-सीमा या किस्त आगे बढ़ाने, लेट इंटरेस्ट 12 प्रतिशत से घटाकर 9 प्रतिशत करने की मांग की। लीज एवं सर्विस चार्ज को एक वर्ष कम से कम 50 प्रतिशत तक करने व तथा यह 31 मार्च 2021 तक मान्य करने, एमएसटी स्कीम 31 मार्च 2021 तक बढ़ाने व रीको फोर्थ फेज के लिए डिमांड समाप्त करने की भी मांग की गई।
भीलवाड़ा. सिंथेटिक विविंग मिल्स एसोसिएशन ने रीको के रीजनल मैनेजर को पत्र लिखकर टेक्सटाइल पावरलूम उद्योग को राहत देने की मांग की है। एसोसिएशन अध्यक्ष संजय पेड़ीवाल ने बताया कि 20 मार्च से लॉकडाउन के चलते जिले की सभी औद्योगिक इकाइयां बंद थी, जो 25 मई से चालू हुई। इसके चलते सरकारी व गैर सरकारी क्षेत्रों से नकदी की आवक जीरो हो गई है। एसोसिएशन ने रीको अलॉटमेंट के बाद भुगतान की समय-सीमा या किस्त आगे बढ़ाने, लेट इंटरेस्ट 12 प्रतिशत से घटाकर 9 प्रतिशत करने की मांग की। लीज एवं सर्विस चार्ज को एक वर्ष कम से कम 50 प्रतिशत तक करने व तथा यह 31 मार्च 2021 तक मान्य करने, एमएसटी स्कीम 31 मार्च 2021 तक बढ़ाने व रीको फोर्थ फेज के लिए डिमांड समाप्त करने की भी मांग की गई।