नगर परिषद ने वर्ष 2010-2011 में मालोला रोड व बाबा धाम क्षेत्र को अतिक्रमियों के कब्जे से मुक्त कराते हुए कई सरकारी भूमि पर चारदीवारी करा दी थी, लेकिन इन्ही स्थलों पर प्रभावशालियों ने फिर कब्जा कर लिया है। वह चहारदीवारी में जा घुसे है। इतना ही नहीं बाबा धाम क्षेत्र में मुख्य आबादी व रास्ते पर भी कई बाड़े व कच्चे अतिक्रमण उभर आए है। यहां कई परिवार बसे हुए है। इसी प्रकार उपनगर पुर में पातोला महादेव मंदिर क्षेत्र में भी नगर परिषद की बेशकीमती जमीन कब्जे में है।
मेडिकल कॉलेज अस्तित्व में आया तो आसपास की जमीनों के दाम कई गुणा बढ गए। यहां नगर परिषद की जमीनों पर अवैध बाड़े बन गए है। सिंदरी का बालाजी, कीरखेड़ा के रास्तों पर सरकारी जमीन पर अवैध बस्तियां व बाड़े उभर आए है। यहां कई जगह कच्चे व पक्के झोपड़े तक बन गए है। कुवाडा गांव व कुवाड़ा रोड पर तो अतिक्रमण की बाड़ है। यहां जांगिड़ छात्रावास के समीप के क्षेत्र में तो कुछेक ठेकेदारों ने ही कब्जे जमा कर निर्माण करवा कर लोगों को बसा दिया है।
नगर विकास न्यास की जमीनों पर कब्जे की भी सूची कम लम्बी नहीं है। यहां कुवाडा रोड पर नोबल स्कूल के पास एवं पम्प के सामने कोने पर प्रभावशाली का अवैध कब्जा भी चर्चा में है। यहां कब्जे की नीयत से सीमेंटेड दीवार खड़ी कर दी गई है। इसी प्रकार इसी मार्ग पर न्यास की ग्रीन बेल्ट पर भी कब्जा हो रहा है। यहां देवरिया बालाजी क्षेत्र में बिलानाम जमीन पर नियम विरूद्ध जा कर ७० से अधिक भूखंड काटने और उनके नियमन कराने फाइल भी न्यास में लगी हुई है। इसी प्रकार न्यास क्षेत्र की कुछ पुलियाओं के आस पास की जमीन पर कब्जा कर यहां भी नियमन की तैयारी के प्रयास किए जा रहे है।
नगर विकास न्यास में तहसीलदार का पद लम्बे समय से रिक्त है, ऐसे में न्यास के संबंधित अभियंता भी पद रिक्त होने की दुहाई दे कर अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही से पल्ला झाड़े हुए है। ऐसे में न्यास की भूमि पर अतिक्रमण की बाड़े अमरबेल की तरह बढ़ती जा रही है। बापूनगर व आजाद नगर में व्यवसायिक कॉम्पलेक्स बन रहे है, आवासों में व्यवसायिक निर्माण हो रहा है। बापूनगर में आवासीय निर्माण में नियम विरूद्ध सेटबेक करने एवं व्यवसायिक निर्माण के मामले में न्यास का नोटिस भी कागजी साबित हो रहा है।
शिकायतों के खिलाफ अतिक्रमण के खिलाफ प्रभावी कार्यवाही होती है, परिषद की भूमि पर कही अतिक्रमण हो रहा है तो उसकी जांच कराई जाएगी, प्रशासन शहरों के संग अभियान में अवैध कब्जों के पट्टे जारी नहीं हो, इसके लिए नगर विकास न्यास व जिला प्रशासन को भी लिखा है।
राकेश पाठक, सभापति, नगर परिषद
शिकायतें आने पर अतिक्रमण हटाए जाते है और प्रभावी कार्रवाई की जाती है, हाल ही डालडा मिल क्षेत्र में अतिक्रमण हटाया गया। प्रशासन शहरों के संग अभियान में राज्य सरकार की गाइड लाइन के अनुसार नियमानुसार पट्टे जारी किए जा रहे है। Government land occupied enclosures
अजय कुमार आर्य, सचिव, नगर विकास न्यास