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भीलवाड़ा

रेलवे सहयोग दे तो प्रतिदिन निर्यात व अन्य स्टेशनों के लिए मिल सकता है माल

उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक के साथ आपसी सम्पर्क बैठक

भीलवाड़ाDec 09, 2021 / 09:09 am

Suresh Jain

रेलवे सहयोग दे तो प्रतिदिन निर्यात व अन्य स्टेशनों के लिए मिल सकता है माल

रेलवे सहयोग दे तो प्रतिदिन निर्यात व अन्य स्टेशनों के लिए मिल सकता है माल

भीलवाड़ा।
निर्यात माल के शीघ्र परिवहन के लिए रेलवे अपने इन्फ्र ास्ट्रक्चर को युद्ध स्तर पर विकसित कर रहा है। उम्मीद है कि उदयपुर-हिम्मतनगर खण्ड का आमान परिवर्तन मार्च 2022 में पूरा हो जाएगा। इससे भीलवाड़ा से गुजरात के बंदरगाहों की दूरी काफी कम हो जाएगी। साथ ही भीलवाड़ा-चित्तौडग़ढ़-अजमेर खंड के औद्योगिक महत्व को देखते हुए इस खंड के लाइन दोहरीकरण का प्रस्ताव स्वीकृत हो गया है। सर्वे प्रारम्भ कर दिए गए हैं। आगामी बजट में आवंटन के बाद इस पर भी कार्य प्रारम्भ हो जाएगा। यह बात उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक विजय शर्मा ने बुधवार को मेवाड़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्री की ओर से आयोजित आपसी सम्पर्क बैठक में कही।
माल परिवहन के लिए स्पेशल गाडिय़ां चलाई
शर्मा ने कहा कि रेलवे ने माल परिवहन के लिए किसान स्पेशल गाडिय़ां चलाई हैं। इसमें श्री गंगानगर का किन्नु एवं अलवर का प्याज त्वरित गति से विभिन्न केन्द्रो पर भिजवा जा रहा है। भीलवाड़ा के टेक्सटाइल उत्पाद के देश में विभिन्न मुख्य केन्द्रों पर परिवहन के लिए भी सुझावों पर विचार कर नई योजना बनाई जा सकती है।
पार्सल वैन योजना
अजमेर मण्डल रेल प्रबंधक नवीन कुमार परशुरामका ने कहा कि रेलवे उद्योगों के विकास में भागीदारी निभाना चाहती है। यहां के उद्योगों को 45-50 वेगन रेल रैक एक साथ भरकर नहीं जा पाए, इसके लिए रेलवे ने 15-20 वेगन की पार्सल वैन योजना प्रारम्भ की है। सूरत से इस योजना के तहत देश के विभिन्न केन्द्रों पर माल परिवहन प्रारम्भ हुआ है। भीलवाड़ा के लिए भी इस पर कार्य किया जा सकता है। अब रेलवे माल परिवहन टाइम बाउंड मॉडल में काम कर रहा है। वह बीते जमाने की बात थी कि रेलवे से माल परिवहन में विलम्ब होता था। डेडीकेटेड फे्र ट कोरीडोर से भीलवाड़ा को लिंक के लिए अलग लाइन की मांग पर परशुरामका ने कहा कि रतलाम-चित्तौडग़ढ़-किशनगढ़ खण्ड पर माल परिवहन का बहुत दबाव नहीं है। साथ ही चित्तौड़-अजमेर खंड के लाइन दोहरीकरण होने के बाद माल परिवहन में कोई समस्या नहीं रहेगी।
माल परिवहन की नहीं है कमी
जिला कलक्टर शिवप्रसाद एम नकाते ने कहा कि जिले में हिन्दुस्तान जिंक, जिंदल सॉ लिमिटेड का काफी माल परिवहन हो रहा है। प्रोसेस हाउसों के लिए अन्य केन्द्रों से कोयला आता है। अभी यह परिवहन ट्रकों से हो रहा है। रेलवे इसमें भागीदारी निभा सकती है। नकाते ने जोर देकर कहा कि पूर्व में मेमू कोच के लिए आवाप्त एवं आवंटित जमीन के लिए रेलवे से पुन: सुपुर्द करने की बात आ चुकी है, लेकिन अभी भी जमीन का इतना बड़ा खण्ड औद्योगिक विकास के लिए सुरक्षित रखा है। रेलवे यहां मेमू कोच नही तो किसी अन्य उद्योग की योजना बना सकती है क्योंकि यहां से किशनगढ़ का डेडीकेटेड फ्रे ट कोरीडोर, एयरपोर्ट आदि मात्र एक घंटे की दूरी पर है। भीलवाड़ा के महत्व को देखते हुए रेलवे को यहां विभिन्न ट्रेनों के ठहराव का समय बढ़ाने पर विचार करना चाहिए। हमारे को रेलवे का सहयोग एवं रेलवे को हमारा सहयोग के उद्देश्य से आगे बढ़े।
बसों में दिल्ली जाती कपड़ों की गांठे
उद्यमियों ने बताया कि रेलवे की ओर से सुविधा नहीं मिलने से आज प्रतिदिन २ करोड़ मीटर कपड़े की सैकड़ों गांठे केवल दिल्ली के लिए बसों की छतों से जाती हैं। वही १५ घंटों में माल व्यापारी के पास पहुंच जाता है। जबकि अन्य सेन्टरों पर भी ट्रकों के माध्यम से कपड़े की गांठे जाती हैं। यहां ट्रेनों का ठहराव भी २ से ३ मिनट से ज्यादा का नहीं है।
ये भी मांगें रखीं
– रेलवे से दिल्ली व अन्य जगह पार्सल भेजने के लिए स्टॉपेज समय बढ़ाया जाए।
– डेस्टिनेशन पर तुरंत एवं सुविधाजनक डिलीवरी देने, मंडपिया स्टेशन पर कोल अनलोडिंग संबंधी सुविधा बढ़ाना जरूरी।
– मांडलगढ़ से कंटेनर से परिवहन की लागत ज्यादा होने से असर पड़ रहा है।
– भीलवाड़ा में प्लेटफार्म नंबर दो को विकसित करने, मांडलगढ़ की तरह टर्मीनल पाइंट हमीरगढ़ व मंडपिया में भी बनाना जरूरी है।
-भीलवाड़ा में विभिन्न ट्रेनों के ठहराव का समय बढ़ाने पर भी विचार करना चाहिए।
इन्होंने दिए सुझाव
आपसी सम्पर्क बैठक में उद्यमियों ने अपने सुझाव रखे। इसमें रेलवे से पार्सल से दिल्ली आदि केंद्रों पर माल भेजने के लिए स्टॉपेज समय बढ़ाने, डेस्टिनेशन पर तुरंत एवं सुविधाजनक डिलीवरी देने, मंडपिया स्टेशन पर कोल अनलोडिंग में सुविधा बढाने, मांडलगढ़ से कंटेनर से परिवहन की लागत ज्यादा होने, भीलवाड़ा प्लेटफार्म नंबर दो का विकास करने शामिल थे। कार्यक्रम के प्रारम्भ में चेम्बर अध्यक्ष जीसी जैन, महासचिव आरके जैन, पूर्वाध्यक्ष वीके सोडानी, डॉ पीएम बेसवाल, संयुक्त सचिव वीके मानसिंगका, कोषाध्यक्ष केके मोदी ने स्वागत किया। अध्यक्ष जीसी जैन ने महाप्रबंधक विजय शर्मा का परिचय दिया।
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