थानाप्रभारी तुलसीराम प्रजापत ने बताया कि बरडोद के शांतिलाल तोषनीवाल के मकान का दरवाजा तोड़ लुटेरे घुसे। कमरे में पेटी तोड़कर ७० हजार रुपए नकद व १६ तोला सोने के गहने निकालकर भागने लगे। तोषनीवाल का परिवार पहली मंजिल पर सोया हुआ था। उनको उसकी भनक तक तक नहीं लगी। तभी खेत में अनाज निकाल कर तोषनीवाल घर लौटा। उसने मकान का दरवाजा टूटा देखा। घर में घुसने लगा कि लुटेरों ने लाठियां बरसाई। इससे शांतिलाल के सिर में चोट आई। उसकी चीख सुन पडोसी आए, लेकिन तब तक लुटेरे भाग गए। सूचना पर तड़के पुलिस भी पहुंची। नाकाबंदी कराई, लेकिन लुटेरे हाथ नहीं आए। पुलिस लुटेरों को नामजद करने का प्रयास कर रही है। शांतिलाल ने बताया कि लुटेरों की संख्या चार से पांच थी। वह घर में ही दांतली छोड़ गए, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया।
चाय लेने आए थे, बाहर से ताला लगा गए
देर रात बारह बजे शांतिलाल खेत से घर लौटे और खुद और वहां काम कर रहे लोगों के लिए चाय लेकर खेत चले गए। जाते हुए बाहर से ताला लगा गए ताकि देर रात लौटने पर परिवार को जगाना नहीं पड़े।शांतिलाल चाय लेने आए तब परिवार जग रहा था। उनके जाने के बाद वापस परिवार पहली मंजिल पर सो गया। लुटेरे मुख्य द्वार पर बाहर से लगे ताले को तोड़कर भीतर घुसे। शांतिलाल ने बताया कि लुटेरों की उम्र २५ से ३० वर्ष के बीच थी। अंधेरा होने के कारण वह किसी को पहचान नहीं पाए।