देवनानी ने कहा कि हर बालक-बालिका कर्म प्रधान बने, इसके लिए राज्य के सभी पुस्तकालयों में गीता रखवाई है। सरकार अगले सत्र से बच्चों को मिड डे मील के तहत सप्ताह में तीन दिन दूध मुहैया कराएगी। गत तीन साल में सरकारी स्कूलों में 14 लाख नामांकन बढ़े हैं। साफ है कि निजी के मुकाबले सरकारी स्कूलों में अच्छी शिक्षा मिल रही है। नए युग के साथ ही बच्चे भोजन के साथ कम्प्यूटर से पढ़ाई करेंगे।
डीईओ माध्यमिक (प्रथम) अशोक कुमार, डीइओ माध्यमिक (द्वितीय) अरुण दशोरा, एडीइओ माध्यमिक (प्रथम) शंकरलाल माली, डीइओ प्राथमिक (द्वितीय) राधेश्याम शर्मा, एडीइओ प्राथमिक अशोक पारीक, रमसा एडीपीसी योगेश पारीक, मिड डे मील जिला प्रभारी जगदीशचंद्र प्रजापति व आरईसी के एके पाठक सहित छात्र-छात्राएं व गणमान्यजन मौजूद थे। फाउंडेशन के रघुपति दास, अखिलेश गुप्ता, अमित पेशवा व प्रबंधक बलवीर सिंह राठौड़ मौजूद थे। संचालन प्रतिष्ठा ठाकुर ने किया।
50 का चयन, मंत्री के साथ बिठाए 20 कार्यक्रम में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बापू नगर की रंगाई-पोताई नहीं होने के चलते सिर्फ 50 छात्र-छात्राओं को रसोई में बुलाया। वहां भी शिक्षा मंत्री के साथ कुर्सिर्यों पर मात्र 20 छात्राओं को बिठाया गया। अन्य 30को रसोई के अंदर बरामदे के पर्दा लगाकर फर्श पर बिठा भोजन कराया। बाकी बच्चों को स्कूल केाबरामदे में स्टाफ ने पोषाहार परोसा।
भामाशाहों का किया सम्मान शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने अक्षयपात्र फाउंडेशन की रसोई घर को दान देने वाले भामाशाहों का सम्मानित किया। इनमें पुरुषोत्तम दास, बीएन अग्रवाल, अशोक कोठारी, शिवराज शर्मा, राजकुमार गोयल, मोहित भीमसरिया, सुरेंद्र सिंह, एमएल प्रदीप, अरविंद शर्मा, नवीन भदादा व एमजी कालरा शामिल थे, जिन्हें प्रशस्ति पत्र दिए गए।
मंत्रीजी क्या आपने हाथ धोये? भीलवाड़ा में सोमवार को अक्षय पात्र फाउंडेशन की केन्द्रीयकृत रसोईघर के उद्घाटन समारोह के बाद शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी जब बच्चों के साथ बैठकर खाना खा रहे थे तो उनके पास बैठी एक बेटी ने ये उनसे सवाल पूछा। छात्रा के मुंह से एेसा सवाल सुनकर वहां मौजूद सभी लोग चौंक गए। मंत्री देवनानी भी इस सवाल से एक बारगी असहज हो गए, लेकिन बाद में उन्होंने मुस्कुराते हुए जवाब दिया- हां, मैं हाथ धोकर आया हूूं। उन्होंने बालिका की तारीफ करते हुए उसका नाम पूछा और पीठ थपथपाई। बेटी ने अपना नाम खुशनुमा बताया। मंत्री ने वहां मौजूद लोगों से कहा कि ये स्वच्छता अभियान के प्रति जागरूकता का असर है कि एक छोटी सी बच्ची एेसे सवाल कर रही है। फोटो- ओमप्रकाश शर्मा