भीलवाड़ा शहर एवं जिले के संवेदनशील होने से राज्य सरकार ने वर्ष २००६ में आरएसी की कंपनी भिजवाई और भीलवाड़ा में बटालियन का मुख्यालय स्थापित करने की घोषणा की। तेरह साल से शहर एवं जिले की शांति एवं कानून व्यवस्था संभाल रही आरएसी की दो कम्पनियों को राज्य सरकार के आदेश से भीलवाड़ा से हटा लिया गया है। इसके स्थान पर सरकार ने एक साल पूर्व ही गठित आरएसी के बदले स्वरूप में गठित महाराणा प्रताप बटालियन की तीन कम्पनियां भीलवाड़ा भिजवाई है। तीन दिन पूर्व तीनों कम्पनियों के ३७५ जवान भीलवाड़ा पहुंच गए है और शहर एवं जिले की सुरक्षा व्यवस्था संभाल ली है।
झारखंड से लिया प्रशिक्षण
कम्पनी कमाण्डर प्रभुलाल कुमावत ने बताया कि आरएसी का ही हिस्सा महाराणा प्रताप बटालियन है। बटालियन की तीन कम्पनी को भीलवाड़ा में तैनात किया गया है। एक कम्पनी में १२५ जवान है, कुल ३७५ जवान है। सभी जवानों की नियुक्ति गत वर्ष ही सरकार ने की है। बटालियन की कुल छह कम्पनी है। सभी जवानों ने बीएसएफ के झारखंड स्थित हजारीबाग प्रशिक्षण केन्द्र में कड़ा प्रशिक्षण लिया है। कम्पनी का मुख्यालय अभी रिजर्व पुलिस लाइन में है। जबकिइसका मुख्यालय प्रतापगढ़ रहेगा।
फ्लेग मार्च में दिखी त्योहारी सुरक्षा दीपोत्सव एवं अन्य त्योहारों के दौरान शहर के बाशिन्दों में सुरक्षा की भावना रहे और वो त्योहार की खुशियां आपस मे मिलजुल कर बांट सके, इसी को लेकर भीलवाड़ा पुलिस ने शुक्रवार को शहर में महाराणा प्रताप बटालियन के जवानों के साथ फ्लेग मार्च किया। फ्लेग मार्च सिटी पुलिस नियंत्रण कक्ष से शुरू हुआ, जो कि शहर के प्रमुख मार्ग से गुजरा।