दूध गर्म करने का खर्चा अक्षयपात्र देगा शहरी क्षेत्र के 83 विद्यालयों के 15 हजार बच्चों में करीब ढाई हजार लीटर दूध विद्यालय प्रबन्धन समिति (एसएमसी) द्वारा दूध क्रय कर 2 जुलाई से स्कूलों में सप्लाई किया जाएगा। इस दूध को गर्म करने के लिए गैस का खर्चा अक्षयपात्र फाउंडेशन को उठाना होगा। इसके लिए विभाग से अक्षयपात्र को कुकिंग कन्वर्जन कॉस्ट के तहत मिलने वाली कक्षा पहली से 5 वीं तक के प्रति एक बच्चे पर 4 .13 रुपए तथा कक्षा 6 से 8वीं तक के प्रति बच्चे के अनुसार 6.18 रुपए की राशि में ही समाहित है। लेकिन, किस स्कूल में कितनी गैस उपयोग में ली जाएगी और उसका कितना खर्चा आएगा, यह अभी तक अक्षयपात्र के गले नहीं उतरी है।
कलक्टर ने बुलाई बैठक जिले की सरकारी स्कूलों में मिड डे मील के तहत दो जुलाई को अन्नपूर्णा दूध योजना के सफल क्रियान्वयन को लेकर कलक्टर शुचि त्यागी बुधवार सुबह 11 बजे कलक्ट्रेट स्थित सभागार में शिक्षा विभाग के अधिकारियों की अहम बैठक लेंगी। बैठक में समस्त नोडल प्रधानाध्यापकों, बीईईओ व जिला शिक्षा अधिकारियों को उपस्थित होने के निर्देश दिए है।
वित्त विभाग द्वारा यह प्रावधान किया गया है कि इन विद्यालयों में दूध गर्म करने के लिए गैस की व्यवस्था अक्षयपात्र फाउंडेशन द्वारा ही की जाएगी।
जगदीशचंद्र प्रजापति, जिला प्रभारी, मिड डे मील
आधुनिक वाहनों से गर्म भेजेंगे खाना
भोजन की सप्लाई के लिए फाउंडेशन के पास अत्याधुनिक वाहन मौजूद है, इनमें भोजन की ताजगी और गर्माहट बनी रहेगी। बच्चे स्वादिष्ट व गुणवत्ता पूर्ण भोजन खा सकेंगे। दूध गर्म करने के लिए खरीदी गई गैस की टंकी के बिल के आधार पर संबंधित स्कूलों के खाते में राशि जमा करा दी जाएगी।
बलवीरसिंह , मैनेजर अक्षयपात्र फाउंडेशन बापूनगर