थानाधिकारी कृष्णकांत चौधरी के अनुसार पुराना सरायनुमा खण्डहर में शनिवार को शव मिला। मृतक की पहचान कोटड़ी के भगवान गुर्जर के रूप हुई। परिजनों ने हत्या की आशंका जताते मामला दर्ज कराया। पुलिस अधीक्षक डॉ. रामेश्वरसिंह ने उपाधीक्षक भोमाराम व थानाधिकारी चौधरी को जांच सौंपी। गैर इरादतन हत्या के आरोप में कोटडी के उदयलाल अहीर व कमलेश वैष्णव को गिरफ्तार किया। आरोपियों के साथ अंतिम बार मृतक को देखे जाने और मोबाइल पर अंतिम कॉल उदयलाल का मिला। उदयलाल को बुलाकर पूछताछ की तो गुत्थी सुलझी।
कर रहा था परेशान, बुलाकर साथ ले गए आरोपी उदय ने बताया कि खलासी के काम से मृतक भगवान 7 सितम्बर को भीलवाड़ा गया था। स्मैक का आदी होने से भगवान को वहां तलब लगी। उसने उदयलाल को फोन कर स्मैक मांगी। तीन-चार बार कॉल करने से उदयलाल ने भगवान को कोटड़ी बुलाया। बस में बैठ शाम को भगवान कोटड़ी पहुंचा। तब उदयलाल व कमलेश देवरिया रोड पर स्मैक पी रहे थे। बाइक से भगवान को भी देवरिया रोड पर मालियों का बीडा ले गए। उदय व कमलेश पहले से इंजेक्शन से स्मैक ले रहे थे। इसके चलते इंजेक्शन में स्मैक डालकर गर्म कर दिया। फिर उस इंजेक्शन को भगवान को लगा दिया। इससे भगवान का शरीर कंपकपाने लगा और बेहोश हो गया। कुछ देर में उसकी मृत्यु हो गई।
शव बाइक से खण्डहर तक ले गए भगवान की मौत से दोनों आरोपी घबरा गए। वे भगवान के शव को बीच में रखकर बाइक से खण्डहर में ले गए। वहां शव रखकर अपने घर चले गए। आरोपियों ने बताया कि धुएं से स्मैक का नशा कम होने लगता है। इसलिए एविल इंजेक्शन से स्मैक लेने से लम्बे समय तक नशा बना रहता है। भगवान धुएं से नशा करता था।