माण्डल पंचायत समिति के प्रधान पद के लिए बुधवार को हुए उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी निर्मला जीनगर ने उपखंड अधिकारी महिपाल सिंह के समक्ष नामांकन पत्र पेश किया। इस दौरान पूर्व मुख्य सचेतक कालूलाल गुर्जर, चुनाव प्रभारी जिला परिषद सदस्य मुरलीधर जोशी व भाजपा जिला उपाध्यक्ष कैलाश जीनगर के साथ ही मांडल क्षेत्र के वरिष्ठ भाजपा नेता मौजूद थे। जीनगर के अतिरिक्त किसी अन्य प्रत्याशी का नामांकन पत्र पेश नहीं होने पर उपखंड अधिकारी सिंह ने दोपहर एक बजे बागौर की निर्मला जीनगर को निर्विरोध प्रधान पद के लिए निर्वाचित घोषित किया।
परिणाम घोषित होने के बाद भाजपा जिलाध्यक्ष लक्ष्मीनारायण डाड, जिलामंत्री मदन भण्डारी तथा चारों मण्डल अध्यक्ष आदि की मौजूदगी में निर्मला जीनगर ने उपखंड अधिकारी के समक्ष प्रधान पद की शपथ ली। जिले में पंचायत राज के चुनाव जनवरी में प्रस्तावित होने से निर्मला जीनगर का कार्यकाल तीन माह का माना जा रहा है।
ये रही जीत की गणित
मांडल पंचायत समिति में कुल २५ पंचायत समिति सदस्य है, इनमें आशा बैरवा के प्रधान पद से इस्तीफा देने के बाद सदस्य संख्या २४ रह गई है। इनमें भाजपा समर्थित सदस्य १९ है। जबकि कांग्रेस के ५ सदस्य है। भाजपा ने प्रधान पद के लिए जिला भाजपा के पूर्व महामंत्री रोशन मेघवंशी की पत्नी कमला देवी तथा बागौर से निर्मला जीनगर के नाम का पैनल तैयार किया था। लेकिन कमला देवी के इनकार के बाद पैनल में एक मात्र नाम निर्मला का रह गया है। दूसरी तरफ कांग्रेस के पांच सदस्य में से एक भी सदस्य अनुसूचित जाति वर्ग की महिला वर्ग से नहीं था। एेसे भी बहुमत भाजपा के पास ही था। कांग्रेस के पास आरक्षित वर्ग का सीआर नहीं होने से भाजपा समर्थित पंचायत समिति सदस्य निर्मला जीनगर का निर्विरोध प्रधान बनना तय माना जा रहा था।