भीलवाड़ा

फर्जी बाबाओं को लेकर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष नरेंद्र गिरी का बड़ा बयान,  देश के फर्जी बाबाओं की जारी होगी नई लिस्ट, आसाराम कथा वाचक

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने कहा

भीलवाड़ाJun 04, 2018 / 09:28 pm

tej narayan

President of All India Akhara Parishad Narendra Giri in bhilwara

भीलवाड़ा।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने कहा कि देश में फर्जी बाबाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इन फर्जी बाबाओं की नई लिस्ट जारी होगी। वे रविवार शाम को संकट मोचन हनुमान मंदिर में पत्रकारों से बात कर रहे थे।
 

READ: बीड़ी पीते पलंग में आग लगने से जिंदा जला चौकीदार, तीन महीने से लकवे में था


महामंडलेश्वर ने कहा कि पांच साल राम मंदिर बनाने के लिए और इंतजार करना होगा। भाजपा की मंशा राम मंदिर बनाने की है लेकिन सर्वसम्मति से प्रयास किए जा रहे हैं। इन प्रयासों के तहत दोनों पक्षों से बातचीत की जा रही है। उन्होंने कहा कि चार साल का समय काफी कम है एक बार मोदी को और मौका देना चाहिए।
 

READ: 90 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले 18 प्रतिभाओं से रखवाई 31 फीट के कीर्ति स्तम्भ की नींव

 

मंदिर पर पहुंचने पर संकट मोचन हनुमान मंदिर के महंत बाबू गिरी ने माला पहनाकर उनका स्वागत किया। उन्होंने कहा कि आसाराम कथावाचक है लेकिन वह दोषी है। कानून की सभी को पालना करनी चाहिए। लेकिन जिन्हें उनमें आस्था है उनकी पूजा करें उन्हें नहीं रोका जा सकता है।
 

फर्जी लोग भगवा फहनकर महात्माओं को बदनाम कर रहे है

देश में राष्ट्र व धर्म दोनों है। लेकिन राष्ट्रहित में कुछ न कुछ सहन करना पड़ेगा। भारत पहले से ही कर्ज में डूबा हुआ है। मोदी नहीं चाहते है भारत और कर्ज में डूबे। देश में व्यवस्था सब कुछ ठीक हो तो इसके लिए पांच साल का और समय देना चाहिए या इंजतार करने होगा। सनातन परम्परा में 13 अखाड़े होते है। उनसे जुड़े हुए ही महात्मा माने जाते है। फर्जी लोग भगवा फहनकर महात्माओं को बदनाम कर रहे है। पहले भी फर्जी महात्माओं की सूची जारी की थी। ऐसे और लोगों की तलाश कर सूची तैयार की जा रही है। जनता ऐसे लोगों से होशियार रहे। ऐसे लोग तंत्र मंत्र के माध्यम से आम जनता के ठगते है।
 

Home / Bhilwara / फर्जी बाबाओं को लेकर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष नरेंद्र गिरी का बड़ा बयान,  देश के फर्जी बाबाओं की जारी होगी नई लिस्ट, आसाराम कथा वाचक

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.