भीलवाड़ा

भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओमप्रकाश माथुर ने माना- राजस्थान में फसल बीमा को लेकर समस्या है, दिल्ली में सुलझाएंगे

भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व राज्यसभा सांसद ओमप्रकाश माथुर ने राजस्थान की फसल बीमा योजना पर सवाल खड़े किए हैं।

भीलवाड़ाMar 18, 2018 / 12:49 pm

Santosh Trivedi

भीलवाड़ा। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व राज्यसभा सांसद ओमप्रकाश माथुर ने शनिवार को भीलवाड़ा में प्रदेश के पहले बायोगैस प्लांट का उद्घाटन किया। समारोह में सांसद माथुर ने राजस्थान की फसल बीमा योजना पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में फसल बीमा की एजेंसी के साथ एमओयू ठीक से नहीं हुआ। इससे किसानों को समस्या हो रही है। उन्होंने भारतीय किसान संघ के प्रतिनिधिमंडल को दिल्ली बुलाया है। वहां कृषि मंत्री और विभाग के अधिकारियों के साथ बैठकर समस्या का समाधान किया जाएगा।
वे शनिवार को बारानी कृषि अनुसंधान केंद्र आरजिया में नवनिर्मित बायागैस, बायो-सीएनजी प्लांट के उद्घाटन के बाद किसान संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारतीय किसान संघ के लोगों ने फसल बीमा को लेकर मुझे पत्र दिया है। इसमें बताया गया है कि प्रदेश में जो एजेंसी तय की है फसल बीमा की, उस एजेंसी का एमओयू ठीक नहीं हुआ है। माथुर ने कहा कि पांच अप्रेल तक सदन चलेगा। उसके बाद वे कृषि मंत्री को और फसल बीमा देखने वाले अधिकारी को घर बुलाएंगे और समस्या का समाधान कराएंगे।
कार्यकर्ताओं ने CM पद संभालने का किया अनुरोध
माथुर का शनिवार काे भाजपा ग्रामीण मंडल व कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। साथ ही कार्यकर्ताओं ने राजस्थान का सीएम पद संभालने का अनुरोध किया। भाजपा ग्रामीण मंडल ब्राह्मणों की सरेरी के तत्वावधान में आयोजित समारोह में कार्यकर्ताओं ने माथुर को फूलमालाओं से लाद दिया और साफा बंधवा कर उनका स्वागत किया गया। इस दौरान आसींद विधायक रामलाल गुर्जर सहित सैकड़ों की संख्या में भाजपा पदाधिकारी सहित कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
मंत्रीजी के सवालों का ही नहीं मिला जबाव
राजस्थान में किसान बहुत पेरशान है। उनकी काेर्इ सुनने वाला नहीं है। एेसी ही परेशानी से राजस्थान के कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी का सामना हुआ। जिस किसान कॉल सेंटर के बारे में केंद्र सरकार अपनी तारीफ करते नहीं थकती, उसकी उपयोगिता पर राजस्थान के कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी ने ही सवाल खड़े कर दिए हैं। सैनी ने खुद दो बार इस कॉल सेंटर पर फोन कर किसानों से जुड़ी समस्याओं के जवाब हासिल करने की कोशिश कीए लेकिन दोनों ही बार नाकाम रहे। वे यहां भारतीय कृषि अनुसंधान केंद्र में आयोजित किसान उन्नति मेले में पहुंचे थे।
प्रभुलाल सैनी कृषि उन्नती मेले में घूम रहे थे। तभी उनकी नजर किसान कॉल सेंटर के स्टॉल पर पड़ी। कौतूहलवश प्रभुलाल ने फोन करने की सोची। उन्होंने किसान कॉल सेंटर पर फौरन कॉल लगा दिया। लेकिन फाेन पर इंतजार करने के बाद भी कृषि मंत्रि को कोई जबाव नहीं मिला तो उन्होंने फोन रख दिया। सैनी का कहना है कि जो रवैया कॉल सेंटर पर उन्हें देखने को मिला, उसके बाद साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि किसानों के साथ क्या व्यवहार किया जाता होगा।
 
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