प्रकरण के अनुसार 24 मई 2016 को एक व्यक्ति ने गंगापुर थाने में मामला दर्ज कराया कि4 अप्रेल 2016 को उसके घर सत्संग था। मेहमान आए हुए थे। रात 8 से 11 बजे तक सत्संग चला। इस दौरान उसकी नाबालिग पुत्री सोने-चांदी के गहने, कपड़े व सात हजार रुपए लेकर घर से गायब हो गई। काफी तलाशा लेकिन पता नहीं चला। इस बीच अभियुक्त कृष्णगोपाल के अपहरण कर ले जाने का पता चला।
पुलिस ने किशोरी को मुक्त करवा कर 7 जून 2016 को अभियुक्त कृष्णगोपाल को गिरफ्तार किया। उसके खिलाफ अदालत में चालान पेश किया। विशिष्ट लोक अभियोजक सविता शर्मा ने अभियुक्त के खिलाफ गवाह व दस्तावेज पेश करके आरोप सिद्ध किया।