ब्लूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि मंगलवार को क्वेटा के किरानी रोड पर बंदूकधारियों ने एक सवारी बस को रोका। एक बंदूकधारी बस के अंदर घुसा और उसने हजारा समुदाय की महिलाओं की पहचान कर उनपर गोलियां चलाई।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘दो मोटरसाइकल सवारों ने बस को निशाना बना कर उस वक्त गोलीबारी शुरू कर दी जब बस हजारा शहर पहुंचने वाली थी। इस हमले में दो लोग घायल भी हुए है। हमले को अंजाम देने के बाद हमलावर वहां से भाग निकले और पुलिस ने उनकी तलाश में खोज अभियान शुरु किया है।’
क्वेटा के आयुक्त कामबार दाश्ति ने इस हमले की पुष्टि करते हुए कहा कि जिस तरह से हजारा समुदाय के लोगों को निशाना बनाया गया है उससे लगता है कि यह सांप्रदायिक हमला है लेकिन हम मामले की जांच कर रहे है। पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हमला कोई नई बात नहीं है। पिछले साल मई में इस्माइली समुदाय के 43 लोंगो की हत्या कर दी गई थी।