कालियास में युवा बने सुरक्षा प्रहरी, ठान ली ‘ कोरोना को नहीं घूसने देंगे
भीलवाड़ाPublished: May 18, 2021 10:22:01 am
कालियास में युवा बने सुरक्षा प्रहरी, ठान ली ‘ कोरोना को नहीं घूसने देंगेकालियास बना रोल मॉडल
कालियास में युवा बने सुरक्षा प्रहरी, ठान ली ‘ कोरोना को नहीं घूसने देंगे
भीलवाड़ा।
जिले की आसीन्द पंचायत के कालियास को कोरोना संक्रमण से मुक्त करने के लिए युवाओं ने मोर्चा संभाला है। गांव में कोरोना का प्रवेश न हो इसके लिए सभी रास्ते सील कर बेरिकेट्स लगा दिए है। गांव में पांच-पांच युवाओं की एक-एक टीम आठ-आठ घंटे पहरा दे रही है। गांव में कोई भी बिना अनुमति प्रवेश नहीं कर सकता है। बाहर से कोई आता है तो उसे घर में जाने से पहले घर के बाहर ही स्नान करना पड़ता है। करीब सौ जनों की युवा टीम का नेतृत्व कालियास सरपंच शक्तिसिंह कर रहे है। यहां के युवाओं ने मंत्र दिया है हारेगा कोरोना जीतेगा कालियास। इसी मंत्र से सभी काम कर रहे है।
गांव में बना रखी अलग-अलग टीमें
कालियास में लोगों की सुरक्षा के लिए विभिन्न टीमें गठित है। पहली टीम प्रत्येक वार्ड में बाहरी आदमी को आने नहीं देती है। सामाजिक कार्य के लिए भी चार जनों से अधिक को किसी के घर जाने पर रोक है। दूसरी टीम किसी के सामान्य सर्दी, खांसी व जुकाम होने पर उसे तुरन्त अस्पताल पहुंचाती है। तीसरी टीम मंदिरों में आरती के समय तीन से ज्यादा व्यक्ति को प्रवेश नहीं देती है। चौथी टीम किसी घर में मृत्यु होने पर बैठक पर एक समय में 4 आदमी से ज्यादा को एकत्रित नहीं होने देती। पांचवी टीम गांव के कथित भोपों पर निगरानी रखती है। कहीं उनके पास बीमार व्यक्ति झाड़-फूक के लिए तो नहीं आ रहा है। नीम हकीमो को पाबंद किया गया कि उनके पास आने वाले मरीजों को तुरंत कालियास हॉस्पिटल भेजें। गांव के १०० युवाओं की टीम एक जैसी टीशर्ट पहनती है। कालियास की इस पहल को लेकर कलक्टर तक सराहना कर चुके है।
सरपंच ने दी एम्बुलेंस
सरपंच ने सिंह एक वाहन को एम्बुलेंस के रूप में तैयार कर गांव के लिए समर्पित की। ग्राम पंचायत के प्रत्येक वार्ड में दो ऑक्सोमीटर व दो थर्मल स्केनर दे रखे है। कालियास ग्राम पंचायत की आठ हजार की आबादी है। कार्यकर्ताओं को मास्क, कैप, ग्लब्स, सैनेटाइजर तथा गांव में भी मास्क का वितरण किया गया। गांव में सैनेटाइजर का पांच बार छिड़काव करवाया गया है। भामाशाह के माध्यम से दवा व अन्य सामग्री जरुरतमंद तक पहुंचाई जा रही है।
घर-घर पहुंचा रहे सामग्री
लॉकडाउन में गांव की सभी दुकानें बंद है। किसी को सामान की आवश्यकता है तो वह घर पहुंचाई जा रही है। गांव में सार्वजनिक रुप से ध्रूमपान करने पर जुर्माना लगाया जा रहा है। सार्वजनिक स्थानों पर लगी कुर्सियों पर काला तेल लगाया गया ताकि उस पर कोई बैठ न सके। सरपंच शक्तिसिंह ग्राम विकास अधिकारी, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, पंचायत सहायक, पटवारी आदि की मीटिंग लेकर उनसे गांव का फीडबैक लेते है। जहां कमी होती है उसे तुरन्त सुधारने का प्रयास किया जाता है।
खेत बनें क्वारंटीन सेन्टर
सरपंच सिंह ने अपने स्वयं के खेत को क्वांरेटिन सेन्टर बना रखा है। जिसके पास रहने की व्यवस्था नहीं है वे उनके खेत पर रह सकता है। गांव की सीनियर सैकेण्डरी स्कूल के दो-तीन कमरे खुला रखे ताकि आपातकालीन स्थिति में लोगों को वहा ठहरा सके। व्हाट्सएप ग्रुप बना रखा है। जिसके माध्यम से एक दूसरे को जानकारी दी जा सके। लोगों को घर पर ही व्यायाम करवाया जा रहा है।