सांसरिक जीवन के भाई आरके कॉलोनी निवासी सत्यपाल पाटनी ने बताया कि दीक्षा समारोह में केश लोच व दीक्षा विधि विधान के साथ सम्पन्न हुई। इससे पहले बिन्दोली व मेहंदी की रस्म हुई। समारोह में परिजन के अलावा शाहपुरा, सरवाड़, केकड़ी व भीलवाड़ा जैन समाज के सैकड़ों श्रावक उपस्थित थे। सरिता का विवाह खीरिया (सरवाड़) में सोगाणी परिवार में हुआ था। शादी के बाद पति नेमीचंद सोगाणी की इचलकरणजी में संचार विभाग विभाग में नौकरी लग गई। वे लम्बे समय से वहीं पर थी। इचलकरणजी से १७ किलोमीटर दूर कुंथलगिरी सिद्धक्षेत्र है। गुणश्री (सरिता) सांसारिक पिता का नाम सन्तोष पाटनी, माता रतनदेवी, भाई यशपाल, सत्यपाल, कमल नयन व विमल पाटनी, ***** कान्ता व पुष्पादेवी पाटनी हैं।