थानाप्रभारी अशोककुमार सांवरिया ने बताया कि १३ अक्टूबर रामकुंवार जाट की ५५ वर्षीय पत्नी भगवानी का शव उसके खेत में पेड़ पर लटका मिला था। पुलिस ने रामकुंवार की रिपोर्ट पर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया। जांच के बाद मृतका भगवानी के देवर रामलाल जाट व उसके भतीजे सुवालाल को गिरफ्तार किया गया।
मंदिर में धोक देने गई, खेत पर पहुंची तो मार दिया १३ अक्टूबर को शरद पूर्णिमा होने से रामकुंवार चारभुजा मंदिर में चल रहे सत्संग में था। भगवानी घर पर अपनी बेटी को कुएं पर माताजी मंदिर में धोक लगाने की बात कहकर निकली। मंदिर में दर्शन कर भगवानी मक्का की फसल की देखरेख के लिए चली गई। आरोपी रामलाल व सुवालाल उसका पीछा कर रहे थे। आरोपियों ने खेत पर रस्सी से भगवानी का गला घोंटकर दिया। उसके शव को पेड़ पर रस्सी से फंदा लगा लटका दिया, ताकि आत्महत्या लगे।
आठ दिन बाद जताया हत्या का अंदेशा रामकुंवार ने शव मिला उस समय किसी पर शंका जाहिर नहीं की। आठ दिन बाद २० अक्टूबर थाने में रिपोर्ट देकर उसने अपने भाई रामलाल व उसके पुत्र सुवालाल पर जमीन जायदाद को लेकर हत्या का अंदेशा जताया। पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो हत्या की बात कबूल कर ली।
सम्पत्ति दोहते के नाम करने पर आपत्ति
रिपोर्ट में रामकुंवार ने बताया कि उसके दो बेटियां हैं। बेटा नहीं होने से आरोपी उसकी जायदाद हड़पना चाहते थे। मृतका भगवानी अपनी बड़ी बेटी विमला के बेटे को गोद रखना चाहती थी। विमला पीहर में ही रह रही थी। दोहिते को गोद रखने और उसके नाम जायदाद करने पर आरोपी रामलाल और उसके परिवार को आपत्ति थी।