कोरोना संक्रमण के चलते बाधित हुई पढ़ाई को पूरा करने के लिए शिक्षा विभाग प्लान तैयार कर रहा है। जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि प्रदेशभर में अब अगले तीन माह की पढ़ाई का रोड मेप बनेगा। इसी आधार पर राज्य के सभी स्कूलों में पढ़ाई होगी।
नई नीति के अनुसार अगर किसी एक स्कूल की कक्षा एक में हिन्दी में पांचवां चेप्टर पढ़ाया जा रहा है तो फिर पूरे राजस्थान में वही चेप्टर करवाया जाएगा ताकि ई कक्षा पर समान पढ़ाई हो सके। इसके अलावा बच्चों को गृहकार्य भी दिया जाएगा।
आओ घर में सीखे अभियान के तहत एक बार फिर शिक्षकों को बच्चों के घर तक पहुंचना होगा। पूर्व शिक्षा मंत्री गोविन्द डोटासरा ने शिक्षकों को बच्चों के घर तक भेजा था। ये नीति आगे भी जारी रहेगी। पाठ्यक्रम के अनुरूप शिक्षण को अनवरत रखने के लिए प्रत्येक विद्यार्थी तक वर्क बुक पहुंचाई जाएगी।
शिक्षा विभाग के जिन कार्मिकों का कोविड के कारण निधन हो गया है उनको सरकार की ओर से अनुग्रह राशि दी जाएगी। निदेशक ने कहा कि ऐसा कोई पेंडिंग प्रकरण जिला शिक्षा अधिकारी के पास है तो वे इसे निदेशालय भेज सकते हैं। इस तरह के आवेदन जिला कलक्टर के माध्यम से देने होंगे।