प्रदेश में अफीम की बुवाई के बाद उप नारकोटिक्स आयुक्त कोटा द्वारा गठित ३४ टीमें बुवाई क्षेत्र की नपती कर रही है। भीलवाड़ा अफीम संभाग में उपज क्षेत्र की नपती कार्य ६ जनवरी से बेगूं तहसील क्षेत्र से शुरू हुआ। जोकि अधिकांश हिस्से में पूर्ण हो चुका है। बेगूं के गुढ़ा गांव में बुवाई क्षेत्र की नपती के दौरान टीम के साथ भीलवाड़ा केन्द्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो कार्यालय भीलवाड़ा से आए लिपिक प्रवेश कुमार ने काश्तकार पर दबाव बनाने के लिए गलत सवाल किए और बाद में दुव्र्यवहार किया। नपती टीम ने इसे गंभीरता से लिया और इसकी रिपोर्ट उप नारकोटिक्स आयुक्त विकास जोशी को की।
उपायुक्त जोशी ने समूचे मामले का गंभीरता से लिया और एक आदेश जारी कर लिपिक प्रवेश कुमार को निलम्बित कर दिया। जोशी ने निलम्बन के दौरान प्रवेश कुमार का कार्यकाल केन्द्रीय उप नारकोटिक्स आयुक्त कार्यालय कोटा रखा।
उपायुक्त का अलर्ट
उप नारकोटिक्स आयुक्त जोशी ने एसमएस के जरिए प्रदेश के अफीम लम्बरदारों को अलर्ट किया है। इसमें उन्होंने स्पष्ट किया की अफीम की नपती या अन्य प्रक्रिया के दौरान ब्यूरो से संबधित कर्मचारी उन्हें परेशान करता है या किसी प्रकार की कोई मांग करता है तो वो तुरन्त आयुक्त या उपायुक्त को सूचित करें।
उपज औसत घटने से बढ़े पट्टेकेन्द्र सरकार के प्रदेश मे मार्फिन की उपज औसत ४.५ हैक्टयर प्रति किलो से घटा कर चार हैक्टेयर प्रति किलो करने के बाद भीलवाड़ा अफीम संभाग में १७७ नए अफीम पट्टे और जारी किए गए। इससे अफीम संभाग में काश्तकारों की संख्या बढ़ कर ५५७३ हो गई है और बुवाई क्षेत्र भी बढ़कर ३८२.६० हैक्टेयर हो गया है।