चार सभापति बदले पर शास्त्रीनगर सामुदायिक भवन की काया पहले की तरह ही
भीलवाड़ाPublished: Jun 22, 2021 08:50:24 am
चार करोड़ की लागत से नया भवन बनाने का लिया था प्रस्ताव
चार सभापति बदले पर शास्त्रीनगर सामुदायिक भवन की काया पहले की तरह ही
भीलवाड़ा।
नगर परिषद के चार सभापति बदल गए तथा पांचवें का कार्यकाल चल रहा है, लेकिन शास्त्रीनगर सामुदायिक भवन की काया अब तक नहीं पलट पाई है। शास्त्रीनगर पुलिस चौकी के पीछे स्थित सामुदायिक भवन जर्जर अवस्था है। इसे गिराकर नए लुक से साथ निर्माण के लिए तत्कालीन सभापति ललिता समदानी ने चार करोड़ रुपए के टेंडर लगाकर सरकार से स्वीकृति को भेजा था। खास बात यह थी की टेण्डर ऑनलाइन जारी कर दिया लेकिन इसे समाचार पत्र में प्रकाशित नहीं करने से पत्रावली को ही सरकार ने निरस्त कर दिया था। उसके बाद ललिता समदानी, दीपीका कंवर, मंजू पोखरणा, मंजू चेचाणी तथा अब राकेश पाठक के कार्यभार ग्रहण करने के बाद भी इस प्रोजेक्ट को हाथ में नहीं लिया गया है।
नगर परिषद में पहले सभापति रह चुकी मंजू पोखरना ने शास्त्रीनगर सामुदायिक भवन को लेकर जिला कलक्टर शिवप्रसाद एम नकाते को पत्र लिखा है। पोखरणा ने बताया कि यहां पुराना बना समुदायिक भवन जर्जर है। इसका नया निर्माण कराने के लिए पूर्व 4 करोड रुपए का टेंडर लगाया गया लेकिन किन्हीं कारणों से इस पत्रावली को दफ्तर फाइल कर दिया गया है। पोखरणा ने क्षेत्र में साफ. सफाई व नाली निर्माण में भी भेदभाव करने का आरोप लगाया है।
पीपीपी मॉड पर भवन बनाने की योजना
शास्त्रीनगर के सामुदायिक भवन के चार करोड़ के टेंडर की जानकारी नहीं, लेकिन यहां पर पीपीपी मॉड पर भवन बनाने की योजना है। ताकि परिषद को भी अच्छी आय हो तथा क्षेत्र की जनता को सस्ता व सुन्दर भवन शादी समारोह के लिए आसानी से मिल सके।
राकेश पाठक, सभापति नगर परिषद