पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने बताया कि जिले के माण्डलगढ़, बिजौलियां व कोटड़ी क्षेत्र में हुई मंदिरों में चोरी और लूट की घटनाओं को देखते विशेष टीम का गठन किया गया। टीम को मुखबिर से सूचना मिली कि१८ सितम्बर को माण्डलगढ़ व आसपास चोरी व लूट को अंजाम देने के लिए गैंग आई है। गैंग की सहायता स्थानीय व्यक्ति कर रहा है। पुलिस ने सूचना को गम्भीरता को देखते हुए गैंग का पता लगाकर माण्डलगढ़ की कोतवाल का खेड़ा कंजर बस्ती निवासी भूरिया उर्फ भूरा कंजर, पीपलिया हाडी (नीमच) निवासी राजू उर्फ राजदीप मालवीय, सुलेन्द्र उर्फ सुरेन्द्र मालवीय तथा चेची (चित्तौडग़ढ़) निवासी कचरू उर्फ कुचरू कंजर को गिरफ्तार किया गया।
बाइक पर आकर करते वारदात
पूछताछ में सामने आया कि सरगना भूरिया कंजर ने ही गैंग तैयार की। यहीं गैंग के अन्य सदस्यों को मंदिरों और अन्य टारगेट की सूचना देता था। गिरोह के अन्य सदस्य बाइक लेकर आते थे। वारदात कर वापस बाइक पर भाग जाते थे। चोरी व लूटकर ले जाए गए गहनों को औने-पौने दामों में स्वर्णकार व्यवसायी को बेच देते थे। पुलिस व्यवसायी की तलाश कर रही है।
यहां दिया था वारदात को अंजाम
गैंग ने २६ अगस्त को होडा में खाचरोल रोड पर बुजुर्ग दम्पती पर हमला कर सोने-चांदी के गहने लूट ले गए। ३ अगस्त को माण्डलगढ़ कस्बे में स्थित जैन मंदिर का ताला तोड़ नकदी चुराई। १३ अगस्त को महुआ स्थित जैन मंदिर में वारदात की। १५ अगस्त को छोटी बिजौलियां व ४ सितम्बर को कोटड़ी स्थित जैन मंदिर में चोरी की।