बन का खेड़ा एनिकट की दीवार दो जगह से टूटी
नदी में प्रवाहित लालकाला केमिकल युक्त पानी
The wall of Ban Kheda Enicut is broken in two places in bhilwara
भीलवाड़ा।
जिले के सवाईपुर- बनकाखेड़ा व ककरोलिया माफी के बीच से गुजर रही कोठारी नदी पर बने एनिकट की दीवार गुरुवार रात को दो जगहों से टूट गई। इससे कोठारी नदी में काले व लाल रंग का पानी प्रवाहित होकर बड़ी मात्रा में बहने लगा। एकाएक नदी पानी की आवक बढने लगी। इससे लोगों की चिंता बढ़ गई। बाद में पता चला की नदी पर बने एनिकट की दीवार टूट गई। इससे नदी मे पानी की आवक हुई है। कोठारी नदी में महीने भर से केमिकल युक्त काला व लाल रंग का पानी बह रहा है। इसे लेकर 16 नवंबर व 2 दिसंबर को कोटड़ी तहसीलदार हनुतसिंह रावत व प्रदूषण नियंत्रण मंडल के वैज्ञानिक अधिकारी कुंजबिहारी पालीवाल, महेशकुमार सिंह व क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी महावीर मेहता ने दो बार कोठारी नदी का दौरा किया और पानी के सैंपल लिए थे तथा कोदूकोटा तक नदी का जायजा लिया था। इसके बावजूद नदी में लगातार केमिकल युक्त काले व लाल रंग के पानी की आवक जारी है। इसी बीच बीती रात एक एनिकट की दीवार दो से टूट गई। इससे लगातार केमिकल युक्त पानी बह रहा है। एनिकट की दीवार के टूटने से सवाल खड़े हो रहे हैं कि क्या ये दीवार अपने आप टूटी या किसी ने तोड़ी है। क्योंकी विभाग ने इसे तोडऩे की अनुमति नहीं दी। एनिकट की दीवार में छेद होने से कई जगहों से पानी निकल रहा है।
इनका कहना है
एनिकट की चादर के टूटने की मुझे कोई जानकारी नहीं है। न ही कोई प्रशासनिक सूचना मिली।
-रामूदेवी गाडरी, सरपंच बन का खेड़ा
प्रशासन की ओर से एनिकट को तोडऩे की कोई सूचना नहीं दी गई है।
हनुतसिंह रावत, तहसीलदार, कोटड़ी
एनिकट टूटने से केमिकल युक्त पानी नदी में बहकर आगे जाएगा। आगे से शिकायत आएगी। कार्रवाई करना हमारे हाथ में नहीं। प्रशासन को इसमें हस्तक्षेप कर कार्रवाई करनी चाहिए।
-कुंजबिहारी पालीवाल, वैज्ञानिक, प्रदूषण नियंत्रण मण्डल भीलवाड़ा
लाल-काला केमिकल युक्त पानी निकालने के लिए तोडऩा मना नहीं किया जा सकता ।अभी कनिष्ठ अभियंता चुनाव प्रक्रिया में है। आने पर जांच की जाएगी।
जमील अख्तर, अधिशासी अभियंता, जल संशाधन विभाग, भीलवाड़ा
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