तीन दिन में डाम की दूसरी घटना है। इससे पहले गत ८ जुलाई को लुहारिया निवासी रामेश्वर बागरिया की पांच माह की बेटीे लीला को दस दिन पहले सांसे लेने में दिक्कत होने पर मां ने अंधविश्वास के चलते बेटी के पेट पर गर्म चिमटे से डाम लगा दिया। दस दिन तक घर में इलाज चला। हालत ज्यादा बिगडऩे पर उसे भीलवाड़ा लाए। यहां लीला ने उसी दिन रात में दम तोड़ दिया था।