scriptकोरोना को मात देकर लौटे दो चिकित्सक | Two doctors returned after beating Corona in bhilwara | Patrika News
भीलवाड़ा

कोरोना को मात देकर लौटे दो चिकित्सक

घर पहुंचने पर किया स्वागत

भीलवाड़ाJul 06, 2020 / 09:02 pm

Suresh Jain

Two doctors returned after beating Corona in bhilwara

Two doctors returned after beating Corona in bhilwara

भीलवाड़ा .

महात्मा गांधी अस्पताल में कार्यरत दो डाक्टर के कोरोना संक्रमित आने तथा उसे मात देकर जब दोनों अपने-अपने घर लौटे तो उनका परिजनों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। दोनों डाक्टरों का काम अलग-अलग था, लेकिन दोनों का प्रतिदिन कोरोना संक्रमितों से सामना हो रहा था।
एमजीएच में ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. सोहन जाट ने बताया कि वह मार्च माह से लगातार डीआईसीई सेन्टर पर कोरोना के सैम्पल देने वाले लोगों से सामना हो रहा था। कौन संक्रमित था और कौन नहीं यह तो जांच के बाद ही पत्ता चलता था। लेकिन सेन्टर पर आने वाले हर व्यक्ति को कोरोना मानकर काम कर रहे थे। कब व कैसे संक्रमण आया यह भी जानकारी में नहीं है। इसका खुलासा तब हुआ जब वे अपने घर जयपुर जाने के लिए एमजीएच अधीक्षक डॉ. अरूण गौड़ से छुट्टी मांगी तो उन्होंने जांच कराने को कहा। २१ जून को सैम्पल दिया अगले दिन कोरोना पॉजिटिव आयाष जबकि कोरोना का किसी तरह के लक्षण तक नहीं थे। फिर भी हिम्मत नहीं हारी और आइसोलेशन वार्ड में जाकर भर्ती हो गया। वहा भी मरीजो का हौंसला अपजाई करते रहे। ३० जून को अस्पताल से छुट्टी मिली तो १४ दिन के होम क्वारंटीन कर दिया तो वह सीधे अपने घर आ गए। अब सब ठीक है। जाट का कहना है कि कोरोना से घबराने की जरूरत नहीं है। लेकिन बचाव करना भी आवश्यक है।
कोरोना ओपीडी में स्क्रीनिंग में लगी थी राजोरिया की ड्यूटी
आरसी व्यास कॉलोनी निवासी व एमजीएच अस्पताल में एसएमओ के पद पर कार्यरत डॉ. सुशील राजोरिया ने बताया कि वह एमजीएच में कोरोना ओपीडी में स्क्रीनिंग में लगे थे। पॉजिटिव रिपोर्ट आने से सभी कर्मियों में काम करने के प्रति काफी उत्साह बढ़ा है। राजोरिया ने बताया कि एक चिकित्सक होने के बाद भी कोरोना संक्रमित होने से स्वास्थ्य कर्मियों में भय व्याप्त हो गया था, लेकिन अब रिपोर्ट नेगेटिव आने से सबका मनोबल बढ़ा है। राजोरिया ने १८ जून को जांच करवाई और १९ जून को रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। आईसोलेशन वार्ड में २७ जून तक रहने के दौरान अन्य मरीजों का नजदीक में रहने का सभी को फायदा यह मिला है कि उन्हें किसी तरह की परेशानी तक नहीं हुआ। २४ घंटे डाक्टर के रूप में उनके सामने थे। राजोरिया अब १४ दिन के लिए होमक्वारंटीन में है। राजोरिया ने बताया कि भीलवाड़ा से सबसे चर्चित आइसोलेशन वार्ड से हैं। इस वार्ड की पूरी दुनिया में चर्चा है क्योंकि यहां कोरोना संक्रमित रोगियों का उपचार चल रहा है। सबसे खुशी की बात है कि रोगियों की रिपोर्ट निगेटिव आ रही है। मतलब भीलवाड़ा के डॉक्टरों ने उपचार किया वह सफल रहा। खास बात है कि दुनिया में चर्चा है कि कोरोना वायरस के संक्रमण का कोई उपचार या दवा अधिकृत नहीं है।
मतलब सब जगह प्रयोग चल रहा है। इस डर के बीच भीलवाड़ा के डॉक्टरों ने भी कुछ ऐसी दवाओं का उपयोग किया जिसकी वजह से यहां भर्ती रोगी धीरे-धीरे ठीक होते चले गए।
यह तरीका अपनाया
राजोरिया व जाट का कहना है कि कोरोना रोगी के आने पर उसे रिटोनावीर प्लस लोपिनावीर टेबलेट, ओसेल्टामिवीर कैप्सूल के साथ ही ड्राइ सिरप तथा हाइड्रोक्साइक्लोरोक्सवाइन टेबलेट का कोम्बीनेशन बनाकर दी है। यह दवा मलेरिया, एचआइवी और स्वाइन फ्लू जैसे रोगों के इलाज के काम आती हैं। इन दवाओं के माध्यम से संक्रमित रोगियों का उपचार कर रहे है। इसके कारण यहां जल्दी से मरीज भी ठीक हो रहे है।

Home / Bhilwara / कोरोना को मात देकर लौटे दो चिकित्सक

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो