उपनिरीक्षक कानसिंह राठौड़ ने बताया कि धूलखेड़ा चौराहे के बीच ओवरब्रिज से करीब १०० मीटर दूर एक व्यक्ति का रेलवे टे्रक पर शव मिला। उसकी जेब में पर्ची मिली। इसमें मोबाइल नम्बर थे। मोबाइल पर पुलिस ने बात की तो मृतक के दोस्त का था। उसने मृतक की पहचान आंजना (देवगढ़) निवासी नारायणलाल रेगर (३२) के रूप में की। देर रात परिजन मांडल पहुंचे और शव की पहचान की। मृतक के भाई विनोद कुमार और परिजनों ने बुधवार को मोर्चरी के बाहर प्रदर्शन किया। विनोद कुमार ने थाने पर दी रिपोर्ट में आरोप लगाया कि पूर्व सरपंच का जेठ रमेश माली समेत तीन जनों ने उसके भाई को आत्महत्या के लिए उकसाया। नारायण ने जब से वार्ड पंच के लिए नामांकन किया आरोपी लगातार उसे और परिवार को जान से मारने की धमकियां दे रहे थे। इस धमकियों से परेशान होकर नारायण मंगलवार दोपहर लापता हो गया। उसने धूलखेड़ा के निकट टे्रन आगे कूदकर जान दे दी। पुलिस ने मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों के सुपुर्द किया।
मतदान रद्द करने पर अड़े ग्रामीण
वार्ड पंच के प्रत्याशी नारायण का संदिग्ध परिस्थितियों में शव मिलने के बाद उसके परिजनों और ग्रामीणों में रोष व्याप्त हो गया। ग्रामीणों ने हत्या की आशंका जताते हुए ग्राम पंचायत के चुनाव रद्द कराने की मांग की। इसे लेकर गांव में कई स्थानों पर आक्रोशित ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। पुलिस ने मौके पर पहुंच ग्रामीणों से समझाइश की। चुनाव में कोई बाधा उत्पन्न नहीं करने और किसी भी व्यक्ति को मतदान करने से नहीं रोकने के लिए समझाते हुए भीड़ को हटाया।
२२ दिन पूर्व पुत्री, घर में कोहराम
नारायण के नए साल पर १ जनवरी को ही पहली संतान के रूप में पुत्री का जन्म हुआ। इससे परिवार में खुशी का माहौल था। घटना का पता चलने के बाद घर में कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था।
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फोटो…कैप्शन
१. आंजना गांव में वार्ड पंच प्रत्याशी नारायणलाल रेगर के घर के बाहर विलाप करते परिजन।-पत्रिका २. आंजना गांव में वार्ड पंच प्रत्याशी की मौत के बाद चुनाव रद्द करवाने की बात करते ग्रामीणों से समझाइश करते पुलिस अधिकारी।-पत्रिका
३. मृतक नारायणलाल रेगर। फाइल फोटो