साइकल पर फिर काला रंग करने के मामले में देवनानी ने कहा कि साइकिल का रंग भगवा करने के पीछे दो कारण थे। काले रंग की साइकिल की कोई पहचान नहीं थी। इस रंग से त्याग व समर्पण का संस्कार मिलता है। कांग्रेस सरकार ने साइकिल महंगी बता रंग काला करवा दिया। इससे साइकिल के दाम सौ रुपए और बढ़ गए हैं।
देवनानी ने कहा कि भाजपा सरकार ने आजादी के आंदोलन को लेकर पाठ्यक्रम में परिवर्तन किए थे। इसे ध्यान में रखते हुए वीर सावरकर का नाम पाठ्यक्रम में जोड़ा गया था, क्योंकि उन्हें दो बार आजीवन कारावास की सजा मिली थी। कांग्रेस सरकार ने वीर सावरकर के आगे वीर व महापुरुष शब्द हटा दिया जो निंदनीय है।
प्रदेश में विकास के सभी काम ठप
देवनानी ने कहा कि सरकार विकास के नाम पर छलावा कर रही है। बजट घोषणा के काम अधूरे हैं। सवर्ण आरक्षण का श्रेय लेने का काम कर रही है, जबकि यह योजना केंद्र सरकार की है। मेडिकल कॉलेज के नाम पर सरकार वाहवाही लूटी रही है, जबकि यह योजना केंद्र की है। प्रत्येक कालेज के लिए ३२५ करोड़ का बजट केंद्र से मिलता है। विद्यालय में कमरे बनाने के लिए 350 करोड़ का बजट केन्द्र मिला, वह बैंक में पड़ा है। पीडब्ल्यूडी १८०० करोड़ रुपए विकास के रोक रखे हैं।