बालोटिया ने मीडिया को बताया कि आइपीपीबी खाता किसी भी डाकघर में जीरो बैलेंस में खुलवा सकते हैं। नि:शुल्क एसएमएस अलर्ट सेवा, ब्याज, डाकघर की किसी भी जमा योजना में राशि ऑनलाइन जमा कराई जा सकती है। सभी तरह के बिलों का ऑनलाइन भुगतान किया जा सकता है। केंद्र की ओर से मनरेगा व वृद्धावस्था भुगतान भी आइपीपीबी खातों के माध्यम से किए जाने की योजना है। बैठक में सहायक अधीक्षक केएल कोली, गोपाल लाल शर्मा, प्रवीण जीनगर, शहनाज खान, राजीव नुवाल, भंवर लाल मीणा, कुलदीप जीरोतिया, हर्षित मेहता आदि उपस्थित थे।
यह मिलेगा फायदा
पोस्ट ऑफिस में बचत खाता में कुछ राशि रखना अनिवार्य है, लेकिन खाता जीरो बैलेंस के साथ खुलाया जा सकता है। 10 साल से ज्यादा की उम्र का कोई भी व्यक्ति केवाईसी के साथ खाता खुला सकता है। खाते से जुड़ी अलग-अलग तरह की सेवाओं के लिए डेबिट कार्ड या चेक बुक नहीं मिलती है। केवल चालू खाते के साथ चेक बुक सुविधा है। क्यूआर कार्ड मिलेगा, जो आधार से जुड़ेगा। खाते का नंबर याद रखने की जरूरत नहीं होगी। खाते में एंड ऑफ. डे बैलेंस डेढ लाख रुपए से ज्यादा नहीं हो सकता है। खाते को पोस्ट ऑफिस बचत खाते के साथ लिंक किया जा सकता है। माह के अंत में एक लाख रुपए से ज्यादा के बैलेंस को लिंक किए बचत खाते में शिफ्ट किया जा सकता है।
आइपीपीबी में खाता खुलवाने या दूसरी बैंकिंग सेवा के लिए घर से निकलने की जरूरत नहीं है। घर बैठे काम हो सकता हैं। इन सेवा को देने के लिए आपकी चौखट तक खुद पोस्ट मेन या ग्रामीण डाक सेवक (जीडीएस) आएंगे। बिना किसी अतिरिक्त फीस के ये घर आकर खाता खोलेंगे। खाता खुलने पर इनसे फंड ट्रांसफर, नकदी जमा और निकालने, बिल का भुगतान इत्यादि के लिए कहा जा सकता है। ४० पोस्टमैन व ४०० ग्रामीण डाक सेवक शामिल है। जिले में १० अगस्त तक ९ हजार खाते खोलने का लक्ष्य रखा है। इसमें ७ हजार खाते खोले जा चुके है।