पुलिस के अनुसार गुर्जर खेड़ा के पप्पू खारोल ने समाज के एक दर्जन पंचों के खिलाफ करेड़ा थाने में समाज द्वारा बहिष्कृत कर हुक्का पानी बंद करने का मामला बुधवार को दर्ज कराया था। गुरुवार को समूचा मामला राजस्थान पत्रिका में प्रमुखता से प्रकाशित होने पर जिला कलक्टर शिव प्रसाद नकाते ने गंभीरता से लिया। उनके निर्देश पर करेड़ा उपखण्ड अधिकारी महिपाल सिंह,तहसीलदार हरेंद्र सिंह, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निर्देशक सत्यपाल जांगिड़, डबलएओ राजेश सोनी, गिरदावर जगदीश चंद्र बलाई, ग्राम विकास अधिकारी अमर सिंह पंवार, पटवारी शंकर सिंह, पूर्व पंचायत समिति सदस्य लादू लाल लुहार, गुर्जरखेडा गांव पंहुचे ।
पीडि़तों के लिए बयान यहां पीडि़त परिवार से मिले और घटना की जानकारी ली। इस दौरान परिवादी पप्पू लाल खारोल की मां व पूर्व पत्नी शांति देवी तथा पुत्री लक्ष्मी खारोल व नंदनी ने अपनी पीड़ा बताई। एसडीएम सिंह ने घटना में लिप्त आरोपितों के खिलाफ खिलाफ कार्यवाही का अस्वासन दिया। सिंह ने मौके पर ही संबधित अधिकारियों को खाद्य सुरक्षा में जोडऩे, नरेगा कार्य में लगाने सहित सरकार की कल्याण जारी योजनाओं में लाभ दिखाने के निर्देश दिए । परिवादी की दिव्यांग बेटी जोकि सुन नही सकती उसे दिव्यांग प्रमाण पत्र बना कर फ ायदा दिलाने की बात कही
यह है पूरा मामला
करीब 8 वर्ष पूर्व गुर्जर खेड़ा निवासी पप्पू लाल खारोल ने नाता विवाह किया था, जिससे समाज के लोग वह ससुराल पक्ष सहित पूर्व पत्नी का पीहर पक्ष नाखुश था, जिसे लेकर सभी ने समाज को एकजुट किया। जिस पर समाज ने पप्पू खारोल व उसके परिवार को समाज से बाहर कर दिया, पप्पू खारोल द्वारा समाज द्वारा की गई दंड की राशि जमा कराने के बाद भी समाज के लोगों ने उसे समाज में नहीं लिया एवं समाज से बाहर कर भेदभाव करते थे। जिससे परेशान होकर पप्पू ने करेड़ा थाने में रिपोर्ट दी।
केवल सामाजिक बहिष्कार ही था
अधिकारियों का कहना है कि प्रांरभिक अनुसंधान में परिवार का हुक्का पानी बंद व बच्चों को विद्यालय में ने भेजने जैसा मामला सामने नहीं आया, परिवार को सामाजिक स्तर पर समाज से बहिष्कृत किया गया। गांव के लोगों द्वारा परिवार के साथ किसी तरह का भेद भाव नही करना भी सामने आया, समाज ने परिवार को सामाजिक बहिष्कार ही किया था
दस पंच गिरफ्तार पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने बताया कि प्रकरण को गंभीरता से लिया गया। प्रशासनिक व पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे है और समूचे घटनाक्रम से संबधित तथ्यों की जांच की गई है। प्रकरण में दस जनों को गिरफ्तार किया गया है।
यह हुए गिरफ्तार पंच थाना प्रभारी जगदीश प्रसाद ने बताया कि मामले में पुलिस ने दस पंचों को गिरिफ्तार किया है। इनमें पंच खारोलिया खेड़ा निवासी ऊंकार खारोल, चांखेड़ निवासी हरदेव खारोल व अम्बालाल खारोल गुर्जर खेड़ा निवासी बाबूलाल खारोल, डाल चंद खारोल, सत्यनारायण खारोल व कमलेश खारोल, रतनपुरानिवासी गोपीलाल खारोल, नाहरगढ़ निवासी शंकर खारोल, बांकली निवासी मोहन खारोल को गिरफ्तार किया। इन्हें एसडीएम सिंह के समक्ष पेश किया गया। जहां पर समाज सुधार का शपथ पत्र भरवाया। जिसमें समाज में मृत्यु भोज नहीं करने एवं ना शामिल होने तथा बाल विवाह ना करने और नहीं शामिल होने एवं समाज के लोगों को इसके लिए समझाइश का प्रयास करने एवं समाज में मृत्यु भोज एवं बाल विवाह होता है तो उसकी सूचना प्रशासन को देने का शपथ पत्र लेते हुए सभी को जमानत पर रिहा किया गया।