सीवरेज परियोजना में 80 फ ीसदी श्रमिक गुजरातए बिहारए एमपीए झारखंड राज्य के हैए इनमें अधिकांश श्रमिक होली पर गांव गए थे और सभी को काम पर लौटकर एक अप्रेल से काम शुरू करना थाए लेकिन देश में लॉक डाउन लागू होने से किसी की भी वापसी नहीं हो सकीए यहां भीलवाड़ा में अटके कई श्रमिक भी पलायन कर चुके है।
सीवरेज प्लांट वर्ष 2044 की आबादी व नगर नियोजन की संभावित तस्वीर पर आधारित है। 30 एमएलडी के एसटीपी सीवरेज प्लांट पर 45 फीसदी काम कुवाड़ा में हो चुका है। ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता पहले चरण के लिए 16ण्33 एमएलडी रहेगी। इसी प्रकार 48 एमडी का पम्पिंग स्टेशन का 65 फीसदी निर्माण कार्य आरसी व्यास नगर कोटा लिंक रोड पर हो चुका है।
सीवरेज प्रणाली के विकास के लिए शहर को 2 जोन एए बीए में विभाजित है। इस परियोजना के तहत जोन ए व बी में कार्य किया जा रहा है। इसके लिए 3905ण्65 हैक्टेयर क्षेत्र में 200 से 1800 व्यास की लगभग 410ण्3 किण्मीण् लम्बाई में सीवर लाइन बिछाई जा रही है। भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर 31ण्5 किमी लम्बाई में भूमिगत लाइन बिछाई जाएगी। 43610 घरों तक सीवर शहर में सीवर प्रणाली तैयार करने के साथ विभिन्न कॉलोनियों के लगभग 43610 घरों को सीवर योजना का लाभ पहुंचाने के लिए 15011 मेनहॉल बनाए जाएंगे। घर को सीवर लाइन में जोडऩे का कार्य भी परियोजना के तहत ही किया जाएगा
शहर में आरसी व्यासनगर, सुभाषनगर, पथिकनगर, माणिक्यनगर, नेहरू रोड,संजय कॉलोनी आजादनगर, बापूनगर क्षेत्र के कई हिस्सों में पाइपलाइन बिछ चुकी हे। कंचन विहार, जैन ज्योति कॉलोनी, आदर्श नगर, तिलकनगर,दादाबाड़ी, गरीब नवाज कॉलोनी, भवानीनगरए मजिस्ट्रेट कॉलोनी में भी अधिकांशत दो सौ एमएम की पाइप लाइन बिछ चुकी है।
लॉकडाउन से दो माह से सीवरेज परियोजना का कार्य प्रभावित है। परियोजना में कार्यरत गुजरात, एमपीए बिहार व झारखंड के अधिकांश श्रमिक पलायन कर चुके है, निर्माण कार्य शुरू करने में अभी श्रमिकों की समस्या बनी हुई है, स्थानीय श्रमिक भी कार्य के लिए अभी राजी नहीं है, प्रयास यही है कि बारिश से पहले मेन ***** निर्माण समेत अन्य छोटे अटके कार्य पूर्ण कर लिया जाए ताकि कई स्थलों पर आवागमन में आ रही समस्या दूर हो सके। परियोजना क्षेत्र के शेष हिस्सों में पाइप लाइन बिछाने और लाइनों को जोडऩे का कार्य बारिश का दौर थमने के बाद सितम्बर माह में शुरू किया जा सकेगा। संपूर्ण कार्य को लेकर अधीक्षण अभियंता देवश शर्मा ने कार्य योजना भी तैयार कर रखी है।
अनिल विजयवर्गीय, अधिशासी अभियंता, आरयूडीआईपी