गौरतलब है कि हिन्दुस्तान जिंक की ओर से गत माह जिला कलक्टर, जिंक के संयुक्त खाते में 25 करोड़ रुपए की राशि जमा कराई थी। इस राशि को किस तरह से विकास कार्यो में व्यय किया जाएगा। इसकी रिपोर्ट पेश की गई थी।
एनजीटी के समक्ष हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड के पक्ष में पेश की गई याचिका का भी निस्तारण किया गया। जिंक ने यह याचिका 2 फरवरी 2022 को रामपुरा आंगूचा खदान के संचालन के संबंध में पारित आदेश में संशोधन के लिए अनुरोध करते हुए दायर की गई थी।
यह होंगे 25 करोड़ के विकास कार्य
भूजल गुणवत्ता, पेयजल उपलब्धता, स्वास्थ्य सुधार, आजिविका सुधार, स्थानीय स्तर पर इंफ्रास्ट्रक्चर और विद्यालय विकास जैसे कार्यो में रामपुरा आगुचा क्षेत्र के आस पास इस राशि से कार्य होगें। इसमें पौधारोपण, जल संचयन, आरओ प्लांट, खेडा पालोला और भेरूखेडा में ईएसआर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गुलाबपुरा को माॅडल हाॅस्पीटल बनाने, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आसींद एवं फुलीयां कलां में उपकरण, पशुचिकित्सालय हुरडा, आंगूचा, कोठिया में उपकरण एवं विकास कार्य एवं विद्यालय विकास कार्यो के तहत कक्षा कक्षों का निर्माण किया जाएगा।