सडक़ की लंबाई11 किलोमीटर है जिसके निर्माण की कुल लागत 23.00 करोड़ रुपए है। सडक़ का कैरिज-वे 18 फीट चौड़ा है जिस पर सीसी होगी। सडक़ के दोनों ओर 3-3 फीट चौड़े गिट्टी मिट्टी के शोल्डर प्रस्ताािवत हैं। सडक़ के दोनों ओर अमायन से रामपुरा गांव तक नालों का निर्माण भी होगा। सडक़ की निर्माण एजेंसी लोक निर्माण विभाग है। निर्माण स्थल पर 11 किमी की पूरी लंबाई में ऊबड़ खाबड़ गिट्टी बिछी हुई है। आस पास का हिस्सा खोदकर डाल दिया गया है जिस पर वाहनों के गुजरने से धूल के गुबार उड़ते रहते हैं। नियमानुसार बिछाई गई गिट्टी को रोड रोलरों से दबाकर (कंप्रेस करके) ठोस व समतल करना चाहिए पर ऐसा न करके मिट्टी के ऊपर ही गिट्टी फैला दी गई है। बिना मोरम व गिट्टी के आरसीसी डाली जा रही है। निर्माण कार्य का लोनिवि के फील्ड कर्मचारियों व इंजीनियरों द्वारा नियमित निरीक्षण व मानीटरिंग भी नहीं की जा रही। ग्रामीणों का आरोप है कि इससे यह रोड समय से पहले ही उखड़ जाएगी।
मई तक पूरा होना है सडक़ निर्माण मालूम हो कि लंबे समय से खराब सडक़ से जूझ रहे ग्रामीणों की मांग पर शासन ने इस सडक़ के निर्माण को मंजूरी दी है। सडक़ का निर्माण अक्टूबर 2018 से शुरू हुआ है। मई 2019 तक सडक़ बनकर तैयार होना है। भिण्ड जिला मुख्यालय से भारोली होते हुए इस सडक़ मार्ग से केवल 40 किमी की दूरी तय करके सेंवढ़ा (दतिया) पहुंचा जा सकता है, जबकि मौ-मेहगांव होते हुए यह दूरी लगभग 70 किलोमीटर से अधिक है। इस सडक़ के निर्माण से अमायन सहित आसपास के लगभग 20 गांव मजरों की हजारो ंकी आबादी का निकटवर्ती कस्बा मौ,
मेहगांव ?, भिण्ड व सेंवढ़ा आदि तक का आवागमन आसान होगा।
&निर्माण में अनियमितताओं और घटिया निर्माण को लेकर ग्रामीणों ने मौखिक शिकायत की है। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को इस संबंध में पत्र लिखा जाएगा। रामनारायण हिण्डोलिया, अध्यक्ष जिला पंचायत भिण्ड