तो पांच दिन बाद बंद होंगे निजी स्कूल
कमीशनखोरी
के विरोध में अभाविप ने कराया
पुस्तक बाजार बंद
भिण्ड
ञ्च पत्रिका. निजी
स्कूलों द्वारा कमीशन के लालत
में चुनिंदा दुकानों से
विद्यार्थियों को किताब कॉपी
खरीदने को बाध्य करने के विरोध
में शुक्रवार को अखिल भारतीय
विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं
ने पुस्तक बाजार बंद कराया
और दुकानों के शटर गिरवाए।
छात्रों ने बाजार में नारेबाजी
कर प्रदर्शन किया। छात्रों
ने चेतावनी दी है कि अगर पांच
दिन में प्रशासन ने कार्रवाई
नहीं की तो छात्र निजी स्कूल
बंद कराएंगे।
जिले
के अधिकतम विद्यालय निजी
प्रकाशन को अधिक महत्व दे रहे
हैं क्योंकि इसमें उनका कमीशन
तय रहता है। पुस्तक बाजार में
स्कूली किताबों व कॉपियों पर
कमीशनखोरी का धंधा जोरों से
चल रह रहा है। इस पर अंकुश लगाए
जाने की मांग को लेकर परिषद
ने 4 जुलाई
को जिला शिक्षा अधिकारी को
एक ज्ञापन सौंपा था।
ज्ञापन
में चेतावनी दी गई थी कि अगर
दो दिवस के अंदर अगर कमीशनखोरी
का खेल नहीं रुका तो अंादोलन
किया जाएगा। परिषद द्वारा दी
गई समय सीमा के बाद भी कार्रवाई
न होने पर आज परिषद के छात्र
पुस्तक बाजार पहुंच गए। छात्रों
ने यहां दुकानों पर नारेबाजी
करते हुए प्रदर्शन कर दुकानें
बंद करने को कहा। छात्रों की
भीड़ को देखते हुए दुकानदारों
ने शटर गिराना शुरू कर दिया।
एक–एक कर
बाजार की लगभग सभी दुकानें
बंद हो गई। कुछ दुकानों पर
छात्र और दुकानदारों के बीच
मुंहवाद भी हुआ।
नहीं
दिखाई दी पुलिस
अखिल
भारतीय विद्यार्थी परिषद के
छात्र करीब एक घंटे तक पुस्तक
बाजार में रहे। इस दौरान
उन्होंने दुकानदारों से जबरन
दुकानें बंद करने के लिए जोर
जबरदस्ती की। इस दौरान दुकानदारों
से उनका विवाद भी हुआ। पुलिस
बाजार में कहीं भी सुरक्षा
की दृष्टि से दिखाई नहीं दी।