चंबल सेंचुरी के वनपाल सलीम खान, रेंज ऑफिसर दीपक शर्मा एवं वनरक्षक नरेंद्र प्रताप कुशवाह के अलावा फूप थाने से उपनिरीक्षक देवीदीन अनुरागी, एएसआई रघुवीर सिंह, प्रधान आरक्षक अजय गौतम के अलावा एसएएफ के आधा दर्जन से अधिक सशस्त्र जवानों के साथ संयुक्त अमले ने दोपहर करीब 2 बजे ज्ञानपुरा के बीहड़ में उन रास्तों पर जेसीबी मशीन से गड्ढे कराए जहां से माफिया चंबल नदी में खनन कर रेत भरकर ले जा रहे थे। उसके बाद अपराह्न 3:30 बजे सांकरी घाट पर गड्ढे खुदवाए गए।
चंबल में जहां चल रहा दिन-रात खनन वहां फिर भी नहीं की गई कार्रवाई
उल्लेखनीय है कि जिस इलाके में हथियारों के साये में चंबल नदी से दिन-रात खनन किया जा रहा है उस क्षेत्र में चंबल सेंचुरी टीम ने जाने की हिम्मत नहीं की। रानीपुरा के पास इन दिनों रातभर चंबल का रेत खनन कर परिवहन किया जा रहा है। क्षेत्रीय ग्रामीणजनों की मानें तो चंबल नदी से हो रहे खनन में अप्रत्यक्ष रूप से चंबल सेंचुरी के ही अधिकारियों का संरक्षण है। ग्रामीण बताते हैं कि यदि ऐसा नहीं है तो लगातार शिकायतों के बाद भी एक बार भी तत्काल छापामार कार्रवाई क्यों नहीं की गई। जबकि चंबल सेंचुरी के उस क्षेत्र में नियमित रूप से पेट्रोलिंग किए जाने के निर्देश हैं जहां से अवैध रूप से रेत खनन किए जाने की आशंका है। बावजूद इसके महीनों रानीपुरा इलाके में कोई निरीक्षण के लिए नहीं पहुंचता है।