जानकारी के अनुसार श्रीकृष्णा पिता जगराम उम्र 60 साल निवासी उदोतपुरा के पेट में कई दिनों से दर्द हो रहा था लेकिन जब दर्द असहनीय हो गया तो वह जिला अस्पताल पहुंचा। यहां सिविल सर्जन डॉ. अनिल गोयल ने उसे देखा।
बाद में सर्जिकल विशेषज्ञ डॉ. प्रतीक मिश्रा को बुलाकर दिखवाया। श्रीकृष्णा का अल्ट्रासाउंड और एक्सरे कराया गया जिसमें पेट में कील होने की पुष्टि हुई। श्रीकृष्णा के ऑपरेशन के लिए परिजनों को तैयार करने में भी डॉक्टरों को मशक्कत करना पड़ी।
इससे पहले डॉ. अनिल गोयल ने परिजनों को ऑपरेशन कराने के लिए समझाया तब परिजन उपचार के लिए सहमत हुए। पेट में कैसे पहुंची नहीं पता
डॉक्टर्स ने श्रीकृष्णा से पूछा कि कील पेट में कैसे पहुंची तो उसने बताया कि उसे नहीं पता कि आखिर कील पेट में कैसे पहुंच गई।
उसने बताया कि कई दिनों से उसके पेट में दर्द हो रहा था। जब दर्द असहनीय हो गया तब वह डॉक्टर के पास आया था। ऑपरेशन के लिए टीम गठित
ऑपरेशन के लिए डॉक्टर्स की टीम गठित की गयी। जिसमें जिसमें सिविल सर्जन डॉ अनिल गोयल (एनीस्थीसिया विशेषज्ञ), सर्जीकल स्पेशलिस्ट डॉ प्रतीक मिश्रा एवं नर्सिंग ऑफीसर श्यामा शाक्य, प्रांची पंडोरिया, श्वेता शर्मा को शामिल गया गया।
मरीज का टीम द्वारा सफल ऑपरेशन किया गया। ऑपरेशन काफी जटिल था, जिसमें करीब एक घंटे का समय लगा ऑपरेशन के बाद पेशाब की थैली से 4 इंची की लोहे की कील को बाहर निकाला गया।