यहां बतादें कि शहर के दो दर्जन से अधिक इलाकों में सीवर लाइन निर्माण के तहत खुदाई कराई जा रही है। ऐसे में खुदाई और निर्माण के साथ सडक़ों को दुरुस्त नहीं किया जा रहा है। ऊबड़-खाबड़ सडक़ें अधबनी छोड़ दी गईं हैं। ऐसे में आमजन का आवागमन दूभर हो गया है। खुदाई के दौरान न केवल सडक़ें टूटीं बल्कि जमीन के अंदर बिछी पाइप लाइन भी क्षतिग्रस्त हो गईं हैं। नियमानुसार रोड ठीक तरह से बनाए जाने के बजाए मिट्टी गड्ढों में उलटकर खाना पूर्ति की जा रही है। जिससे एक दो दिन में ही सडक़ धंसक जाती है।
आठ करोड़ की लागत से शुरू होना था लश्कर रोड की मरम्मत का कार्य : लश्कर रोड शहर की सर्वाधिक व्यस्ततम सडक़ है जिसे लाइफ लाइन भी कहा जाता है। जर्जर रोड के चलते अक्सर हादसे घटित हो रहे हैं। वहीं धूल के गुबार से लोगों का पैदल गुजरना भी मुश्किल होता है। जाम के हालत भी हर घ्ंाटे बनते रहते हैं। सडक़ बनाए जाने के लिए आठ करोड़ रुपए की धनराशि भी स्वीकृत हो चुकी है बावजूद इसके रोड का मरम्मत कार्य शुरू नहीं कराया जा रहा है।
गंदगी की चपेट में धनवतंरी कॉम्पलेक्स : शहर का एक मात्र शासकीय कॉम्पलेक्स में पिछले कई महीनों से गंदगी व्याप्त है। नियमित रूप से सफाई नहीं किए जाने से दीवारें और फर्श पूरी तरह से गंदे हैं। दूषित वातावरण में लोगों को दुकानें चलाने के लिए विवश होना पड़ रहा है। व्यवसयिक परिसर के कई स्थानों पर गंदगी के ढेर जमा हैं जिन्हें नपा के सफाई कर्मचारी नियमित रूप से उठाने के लिए पहुंचते ही नहीं।
अतिक्रमण से मुक्त नहीं हो पा रहा लश्कर रोड व सदर बाजार का फुटपाथ शहर के लश्कर रोड व सदर बाजार इलाके में फुटपाथ पर लंबे समय से जमे अस्थाई अतिक्रमण को मुक्त नहीं कराया जा सका है। आलम ये है कि फुटपाथ की जमीन पर दुकान लगाने के एवज में अवैध तरीके से किराया अतिक्रामक लोग ले रहे हैं। अतिक्रमण के चलते सब्जी मंडी व बंगला बाजार इलाके में लोगों का पैदल निकलना दूभर हो रहा है।
निर्माण कार्य के विरोध तथा जांच में गड़बड़ होने पर भी नहीं सुधरी गुणवत्ता सीवर लाइन में गुणवत्ताहीन सीमेंटेड पाइप, चेंबर के लिए ईंट लगाने के साथ-साथ पूर्व से बनी हुई सडक़ों को यदि खोदा जा रहा है तो उसे जस की तस बनाकर दिया जाना है लेकिन एक भी सडक़ को दुरुस्त नहीं बनाया गया है। धंसकी सडक़ें स्वत: ही भ्रष्टाचार की गवाही दे रहीं हैं। खोदकर डाले गए इलाकों में पाइप बिछाने के बाद तुरंत रिस्टोर नहीं किया गया है। सडक़ें, नालियां, पुलियां, टेलीफोन लाइनें खुदाई में टूट रहीं हैं जिन्हें जस का तस दुरुस्त करके बंद नहीं किया जा रहा है। ऐसे में लाइनें क्षतिग्रस्त होने से घरों में दूषित पानी पहुंच रहा है। लोगों द्वारा लगातार घटिया निर्माण कार्य का विरोध किए जाने एवं मामले की जांच में गड़बड़ी तक पाए जाने पर भी सीवर निर्माण कार्य की गुणवत्ता में सुधार की गुंजाइश नहीं हो पाई है।
-इसलिए नहीं बनाई जा रहीं हैं सडक़ें क्योंकि कनेक्शन देते वक्त फिर से खोदनी पड़ेंगी इसलिए एक साथ बनाया जाएगा। ठेकेदार को लापरवाही के चलते नोटिस दिया गया है। अतिक्रमण के खिलाफ अभियान भी चलाया जाएगा तथा शहर की लश्कर रोड निर्माण की रूपरेखा भी शीघ्र बनाई जाएगी।
सुरेंद्र शर्मा, सीएमओ नपा भिण्ड