दबोह क्षेत्र की अमाहा पंचायत के कुंवरपुरा गांव में भारत सिंह दोहरे का कच्चा बुधवार सुबह ९ बजे ढह गया। घटना के समय पत्नी खेत पर चारा लेने के लिए गई थी। बच्चे बाहर खेल रहे थे। भारत सिंह मजदूरी के लिए मंडी में गए हुए थे। कच्चे मकान के बरामदे और दूसरे कच्चे कमरे में रात गुजार रहे हैं। भारत सिंह दोहरे मजदूरी करके परिवार पाल रहे हैं।
दबोह नगर के वार्ड ११ निवासी अनंतराम कौरव का कच्चा मकान 18-19 की दरमियानी रात को दो बजे ढह गया। घटना के समय परिवार के लोग बरामदे में सो रहे थे। मकान ढहने से वहां पर रखा हुआ गृहस्थी का सामान मलबे में दबकर खराब हो गया। नगर परिषद और राजस्व विभाग की ओर से पीडि़त को किसी प्रकार की राहत नहीं मिली है। पशुपालन करके अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं। अब पूरे साल पालतू जानवरों को भूसा की परेशानी होगी।
दबोह नगर के वार्ड 10 में रहने वाले भगवान दास का कच्चा मकान 18-19अक्टूबर की दरमियानी रात को बारिश के कारण जमीदोंज हो गया। घटना के समय वे सामने वाले कच्चे मकान में थे। इसमें उनका गृहस्थी का सामान रखा हुआ था। जो कच्चा मकान गिरा उसमें ही अनाज और पालतू जानवरों के लिए भूसा रखा हुआ था। भगवान दास कैंसर से पीडि़त है। बीमारी में भी बहुत खर्च हो रहा है। जैसे-तैसे अपनी बीमारी का इलाज करवा पा रहे हैं। तीन साल पहले पीएम आवास के लिए किए गए आवेदन पर सुनवाई नहीं की गई। उन्हें आवास नहीं मिला।
दबोह नगर परिषद के वार्ड सात निवासी बेवा मरीयम खान का कच्चा मकान १९ अक्टूबर की दोपहर के समय दो बजे ढह गया। उस समय उनका बेटा बाजार में सब्जी का ठेला लगाने गया था। वे अपने परिवार के बच्चों के साथ बाहर बैठी थी तभी अचानक भर भराकर कच्चा मकान ढह गया। उनके पास सिर छिपाने के लिए छत के नाम पर एक टीनशेड हैं। परिवार उसी में दिन गुजार रहा है। उनकी गृहस्थी का सारा सामान दबकर खराब हो गया। वर्ष 2018 में पीएम आवास के तहत नगर परिषद दबोह में आवेदन किया। अभी तक उन्हें आवास नहीं मिला। परिवार का पालन पोषण करने के लिए आय का कोई स्रोत नहीं है। बेटा सब्जी का ठेला लगाता है। उससे ही परिवार का पालन पोषण हो रहा है।
बाबूलाल कुशवाह, सीएमओ नगर पालिका, दबोह
आरए प्रजापति, एसडीएम, लहार