20 किलोमीटर तक लगे जाम में एक दर्जन लंबी दूरी के यात्री वाहन भी फंसे रहे। इतना ही नहीं व्यापार के सिलसिले में घर से निकले निजी वाहन में सवार व्यापारी भी समय पर गंतव्य तक नहीं पहुंच पाए। स्थानीय थाना पुलिस बल के निरंतर सहयोग के बाद भी जाम की स्थिति विकराल बनी रहती है। जाम खुलने के बाद भी आलम ये होता है कि फूप से बरही तक की दूरी दो से ढाई घंटे में तय हो पाती है।
पांच सौ से ज्यादा व्यापारियों का कारोबार रोज हो रहा प्रभावित : ध्यप्रदेश के पांच सैकड़ा से अधिक सब्जी, पशु तथा अन्य कारोबार से जुड़े व्यापारी हर रोज माल वाहन वाहनों के साथ आवागमन करते हैं। व्यापारी तबके की मानें तो जाम के कारण उनका कारोबार प्रभावित हो रहा है।
समस्या बन गया है आए दिन का जाम भिण्ड एवं इटावा तटवर्ती होने के कारण प्रति दिन 600 से 700 लोग डेली अपडाउन करते हैं। ऐसे में अक्सर उन्हें भी जाम में फंसकर रात सड़क पर ही गुजारनी पड़ती है। वहीं यात्री बसों में सवार बुजुर्ग, महिला व बच्चों को भी जाम में फंसने के बाद उत्पन्न होने वाली मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है।
धारा 144 का नहीं हो पा रहा मुस्तैदी से पालन विदित हो कि एनएच 92 पर फूप से लेकर बरही तक धारा 144 लागू की गई है। बावजूद इसके कई ट्रक व डंपर चालक रोड पर ही वाहन खड़े कर रेत का पलटी करते हैं। जाम लगने का एक कारण यह भी सामने आया है। वहीं आरटीओ चेकिंग की खबर सनुकर ट्रक, डंपर चालक वाहनों को चंबल के पहले ही रोक कर इस गरज से खड़े हो जाते हैं कि आरटीओ चेकिंग खत्म हो जाएगी फिर वाहन को आगे बढ़ाएंगे। ऐसे में रोड किनारे आकरण कतारबद्ध खड़े ट्रक, डंपरों को आगे बढ़ाने या उन पर कार्यवाही करने के लिए मौके पर नहीं पहुंच पा रहा है।
जाम किन कारणों से लग रहा है तथा इस समस्या को कैसे खत्म किया जा सकता है इसके लिए रात में टीम भेजकर मुआयना कराया जाएगा। जाम के हालात पैदा करने वाले वाहन चालकों पर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।
डॉ. इलैयाराजा टी, कलेक्टर भिण्ड