उधर दतिया में सिंधी समुदाय द्वारा बुधवार को चेटीचंड पर्व एवं झूलेलाल जयंती अपने घरों में ही मनाई गई। कोरोना वायरस के प्रभाव के चलते संत हजारी राम पंचायत द्वारा इस बार सिंधी समाज के लोगों को पूजन के लिए घरों पर झूलेलाल की मूर्तियां वितरित की गईथीं। लोगों ने घरों पर ही भगवान झूलेलाल का पूजन किया। इस बार मंदिर में परंपरा अनुसार अखंड ज्योति प्रज्वलित की गई और बुधवार को समाज के सिर्फ चार लोगों ने लाला का तालाब पहुंच कर ज्योति का बिसर्जन किया। इस अवसर पर गोविंद ज्ञानानी, धर्मदास भंबानी, कृष भंबानी, किप्पी गावड़ा मौजूद रहे।
उल्लेखनीय है कि पूर्व में चेटीचंड पर्व एवं झूललाल की जयंती पर चल समारोह निकाला जाता था, जिसमें झांकियां आकर्षण का केंद्र होती थीं, लेकिन इस बार शासन-प्रशासन के निर्देर्शों का पालन करते हुए सिंधी समुदाय ने समारोह का आयोजन नहीं किया।