दूसरे चरण की योजना में नपा ने आवास विहीन १२०५ गरीब परिवारों को पक्का आवास उपलब्ध कराने के लिए नई जेल के पास ही ११ हेक्टेयर जमीन चिह्नित की है, लेकिन अभी तक जमीन को विकसित करने का काम तो दूर डीपीआर तक तैयार नहीं की है। यह जमीन वर्तमान में उबड-खाबड़ की स्थिति में हैं। पहली किस्त प्राप्त करने के लिए हितग्राही कभी नपा कार्यालय जाते हैं तो कभी चिह्नित भूमि पर पहुंच जाते हैं। अधिकारी भी उन्हें कोई उत्तर नहीं दे पा रहे। दो साल पहले पीएम आवास के लिए आवेदन प्राप्त किए गए थे। शहर में ही करीब ७५०० से अधिक हितग्राहियों ने आवेदन किए थे। इनमें से ही प्राथमिकता के आधार पर हितग्राहियों का चयन कि या गया था। हितग्राहियों में अधिकांश या तो शहर में किराए के मकानों में रह रहें है अथवा सडक़ के किनारे झोपडिय़ों में रात गुजार रहे है। पीएम आवास योजना ने इन्हें सिर ढक ने के लिए जगह देखने का सपना दिखाया था। मगर घर मिलने में देरी होने से उनकी उम्मीदें टूटने लगी है।
प्रथम चरण में ५१७ को मिले थे आवास, ४० फीसदी से अधिक अधूरे प्रथम चरण में रतनूपुरा के पास ही ५१७ आवासविहीनों को ४५० वर्ग फीट भूमि दी गई थी। ६० फीसदी से अधिक हितग्राहियों को चौथी किस्त भी जारी कर दी गई है लेकिन इसके बाद भी ४० फीसदी से अधिक आवास अधूरे पड़े हुए हंै। इनमें से कई हितग्राही तो पहली और दूसरी किस्त ले चुके हैं। लेकिन निर्माण शुरू नहीं कराया है। नपा ने इन्हें नोटिस भी जारी कर दिए हैं। कुछ हितग्राही पैसा कम पड़ जाने के कारण कार्य पूरा नहीं करवा पा रहे। क्योंकि इनके पास लगाने के लिए पैसे ही नहीं हैं। यहां पर सालों का समय गुजर जाने के बाद भी नपा सडक़ों का निर्माण नहीं करा पाई। विद्युत के पोल तो खड़े कर दिए गए हैं लेकिन अभी तक कनेक्शन देने का काम शुरू नहीं हो पाया है। बोर है ओवरहेड टैंक का निर्माण हो चुका है। मगर जल कनेक्शन की सुध नहीं ली गई है।
अधिकार पत्र बांट दिए गए है। जमीन भी उपलब्ध हो गई है। इसी सप्ताह डीपीआर बनवाएंगे और फरवरी के पहले सप्ताह तक अधिकांश लोगों को पहली किस्त जारी कर दी जाएगी। भूमि का समतलीकरण भी कराया जाना है।
-जेएन पारा सीएमओ नपा भिण्ड करीब एक साल पहले अधिकार पत्र दिया गया था। कहा गया था कि आचार संहिता खत्म होने के बाद पहली किस्त जारी कर दी जाएगी लेकिन अभी तक कुछ भी नहीं हुआ।चिंता हैकि मकान मिलेगा या नहीं।
-कपूर चंद्र शिवहरे हितग्राही प्लांट नं- 1066