लॉकडाउन में दो महीने से अधिक समय तक दुकानें बंद रहने से न सिर्फ हर प्रकार के कारोबार ठप रहे, बल्कि पूंजी भी घरेलू आवश्यकताओं में खर्च होती रही। लिहाजा छोटे कारोबारियों को पुन: दुकान स्थापित करने मुश्किल हो रही है, क्योंकि जमा पूंजी खर्च कर देने से थोक विक्रेताओं से वह माल लेकर आते हैं उनकी उधारी चढ़ गई है। दूसरा ये कि दुकान मालिक को दो माह का किराया भी देना है। ऐसी स्थिति में फूप कस्बे में दाऊजी पैलेस मार्केट के मालिक देवीदयाल चौधरी, नरेश चौधरी एवं जेठे चौधरी ने एक साथ 60 दुकानों का छह लाख रुपए किराया माफ करके प्रदेशभर में एक अनूठी नजीर पेश की है।
किसी मार्केट संचालक ने अभी तक ऐसा नहीं किया रेडीमेड वस्त्र विक्रेता हंसराज के अनुसार मार्केट मालिक ने हम दुकानदारों का किराया माफ करके हमें संजीवनी दे दी है। यदि किराया माफ नहीं होता तो आर्थिक तंगी से तो जूझ ही रहे थे, किराया चढ़ जाने का मानसिक तनाव उन्हें बीमार भी बना देता। दाऊजी मार्केट में ही जनरल स्टोर की दुकान चला रहे रॉकी पांडेय ने बताया हमारे मार्केट मालिकों की भांति यदि देशभर के लोग हो जाएं तो देश की तस्वीर ही अलग हो जाए। साड़ी व्यापारी संतोष शर्मा एवं जनरल स्टोर संचालक सुधीर शर्मा ने बताया इस तरह की मदद दूसरे लोगों को भी अपने किरायेदार व दुकानदारों के साथ की जानी चाहिए।
कथन- तेरा तुझको अर्पण क्या लागे मेरा, इस लाइन को आत्मसात कर अपने इंसान होने का फर्ज निभाया है जो कि प्रत्येक लायक व्यक्ति को करना चाहिए। देवीलाल चौधरी, संचालक दाऊजी पैलेस मार्केट फूप
कथन- सभी दुकानदार सालों से किराया देते आ रहे हैं और आगे भी जीवनपर्यंत देंगे। एेसे में यदि उन पर विपदा है तो उनका किराया माफ करके कोई बड़ा काम नहीं किया है। मानव धर्म निभाकर अपनी जिम्मेदारी पूरी की है।
नरेश चौधरी, संचालक दाऊजी पैलेस मार्केट फूप