पुलिस के अनुसार शालू तोमर पुत्र कमलेश सिंह तोमर निवासी कीरतपुरा अपने साथ बाइक पर रिश्तेदार युवक शिवम सिंह पुत्र रामबरन सिंह तोमर को बिठाकर भिण्ड से गृहगांव लौट रहा था। बीटीआई तिराहे के पास बायपास पर रोड पार कर रहे बालक श्याम सिंह राजावत (12) पुत्र कृष्णअवतार सिंह निवासी भारौली से टकराने के बाद रोड किनारे खड़े डंपर से टकरा गया। बताया गया है कि बाइक की रफ्तार तेज होने के कारण वह बाइक को नियंत्रित नहीं कर पाया। ऐसे में न केवल सडक़ पार कर रहा श्याम सिंह राजावत बल्कि बाइक पर पीछे बैठा शिवम घायल हो गया। जबकि शालू तोमर की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
नहीं लग पा रहा हादसों पर अंकुश : नेशनल तथा स्टेट हाइवे पर आए दिन हो रहे हादसों में किसी न किसी परिवार के सदस्य की मौत हो रही है। प्रशासनिक स्तर पर जानलेवा हादसों पर अंकुश लगाने के प्रभावी प्रयास नहीं हो पा रहे हैं। यही वजह है कि सडक़ दुर्घटनाओं पर रोक लगने के बजाए इजाफा हो रहा है। सडक़ किनारे खड़े रहने वाले डंपर तथा ट्रकों के खिलाफ न पुलिस कोई अभियान शुरू कर रही है और ना ही परिवहन विभाग इस ओर ध्यान दे रहा है।
बुझ गया घर का चिराग शालू तोमर का विवाह १५ दिसंबर २०१८ को हुआ था। दांपत्य जीवन की ठीक से शुरूआत होना तो दूर दोनों के विवाह की मेहंदी तक नहीं छूट पाई थी कि शालू तोमर की जिंदगी काल के क्रूर हाथों ने छीन ली। चिंतनीय ये है कि न केवल नवेली दुल्हन का साथ सदैव के लिए उसके हमसफर से छूट गया बल्कि शालू तोमर के परिवार को भी उम्र भर का दर्द दे गया। बताना मुनासिब है कि शालू अपने मां-बाप का इकलौता चिराग था जो हमेशा के लिए बुझ गया है।