17 वर्षीय छात्र अभिषेक सेंंगर पुत्र कमलेश सेंगर बुधवार सुबह छह बजे गोहद चौराहे पर नानी के घर पर रह रही मां अनीता से एक हजार रुपए फीस के नाम पर लिए। 6:15 बजे वह ग्वालियर स्थित कोचिंग पर जाने के लिए बस में बैठा था। डीपीएस के पास बस खराब हो जाने पर वह एक जीप में बैठा और दोस्त प्रशांत धीरेंद्र सिंह के मोबाइल पर संदेश भेजा कि उसे जीप में डालकर ले जाया जा रहा है। वह कहां है जानकारी नहीं है। संदेश देखने के बाद परिजन अन्य ग्रामीणों के साथ मालनपुर थाना पहुंचे जहां छात्र की तलाश गंभीरता पूर्वक करने की मांग लेकर ग्रामीणों ने पहले केडबरी के निकट हाईवे पर उसके बाद हरीराम की कुईया के पास ***** जाम करने का प्रयास किया। जानकारी मिलने पर एसपी रूडोल्फ अल्वारेस सुबह ही मालनपुर पहुंचे। एसपी ने सायबर सेल को अलर्ट कर मोबाइल लोकेशन टे्रस कराई। छात्र के लापता होने के बाद आए संदेश की छानबीन की गई। तभी कुछ समय के लिए ग्वालियर में छात्र अभिषेक का मोबाइल बंद हो गया। बाद में वह फिर से ऑन हुआ और उसकी लोकेशन भोपाल और ग्वालियर के बीच प्रदर्शित होने लगी। शाम करीब छह बजे जैसे ही भोपाल में पहुंचकर मोबाइल की लोकेशन एक स्थान पर ठहरी तभी स्थानीय पुलिस की मदद से अभिषेक को रेलवे स्टेशन पर ही पकड़ लिया गया। उल्लेखनीय है कि लापता हुए छात्र अभिषेक सेंगर के ही परिवार का 24 वर्षीय युवक बबलू सेंगर पुत्र हरी सिंह सेंगर का शव सोमवार को यूपी के कानपुर जिला अंतर्गत अरमापुर रेलवे स्टेशन के निकट ट्रैक से बरामद किया गया था। अगले दिन अभिषेक के गायब होने और उसके बाद उसका संदेश मिलने के बाद न केवल उसके परिजन घबरा गए बल्कि पुलिस के भी हाथपांव फूल गए। अभिषेक सेंगर के अनुसार वह परिजनों से गुस्सा होकर चला गया था। ऐसे में उसने गलत संदेश क्यों भेजा यह छात्र के मालनपुर पहुंचने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। बहरहाल भोपाल पुलिस ने उसे सुरक्षा में लेकर ग्वालियर के लिए रवाना कर दिया है। छात्र के साथ एक आरक्षक भी भेजा है।
-एक दिन पूर्व इस तरह छात्र के लापता होने के बाद शव मिला था। लिहाजा संदेश को अनदेखा नहीं किया जा सकता था। ऐसे में गंभीरता पूर्व सर्चिंग शुरू की गई जिससे चंद घंटों में ही छात्र को ट्रेस कर लिया गया।
रूडोल्फ अल्वारेस, एसपी भिण्ड