सिविल सर्जन डॉ अजीत मिश्रा ने मशीन का लोकार्पण करते हुए कहा कि इस मशीन से बिना एक्सरे फिल्म के एक्सरे होंगे, जिनको रोगी और उसके कंसल्टेन्ट/एडवाइजर चिकित्सक को वाट्सऐप पर आनलाइन उपलब्ध कराया जाएगा। इस एक्सरे मशीन से अन्य परंपरागत एक्सरे मशीनों की तुलना में रेडिएशन का खतरा 50 प्रतिशत तक घट जाएगा। यह मशीन प्रदेश के चुनिंदा 2-3 जिला अस्पतालों को ही हैं। डॉ अजीत मिश्रा के मुताबिक इ-अस्पताल हो जाने से अब जिला अस्पताल के सारे प्रोसीजर ऑनलाइन हो गए हैं। इससे मरीजोंं का रजिस्ट्रेशन, अस्पताल की कमियां व ह्यूमन रिसोर्स आदि का डाटा आनलाइन रहेगा। अस्पताल को भारत सरकार के एनआईसी साफ्टवेयर से जोड़ा गया है। अस्पताल अब इसी साफ्टवेयर के हिसाब से रिपेार्टिंग कर रहा है। हमारा एक्सरे डिपार्टमेन्ट भी आज एनआईसी के मॉड्यूल से जुड़ गया है। इससे यहां जो भी एक्सरे होगा वह एनआईसी के पोर्टल पर दिखेगा। संबंधित चिकित्सक जो एक्सरे एडवाइज कर रहा है उसके और रोगी के वाट्सऐप नंबर पर अपने आप एक्सरे फिल्म अपलोड हो जाएगी।
अस्पताल में बनेगा आयुष्मान रिसेप्शन काउंटर जिला अस्पताल को आयुष्मान भारत योजना के लिए भी चयनित किया गया है। इस योजना में प्रदेश वे आधा दर्जन जिला अस्पताल शामिल किए गए हैं जो इ-अस्पताल हो गए हैं। अस्पताल प्रबंधन अस्पताल में एक रिसेप्सन एरिया बना रहा है, जहां आयुष्मान मित्र बैठेंगे। इस योजना में जिले के 98 गरीब परिवारों को चुना गया है, जिन्हें 5000 रुपए तक के कैशलेस मुफ्त इलाज की सुविधा उपलब्ध होगी। योजना की औपचारिक शुरूआत 15 अगस्त से हो रही है, पर इसका विधिवत क्रियान्वयन 2 अक्टूबर तक होने की संभावना है।
-जिला अस्पताल की अधिकांश प्रक्रियाएं ऑनलाइन हो गई हैं। इससे रोगियों व चिकित्सकों को क्लीनिकल रिपोट्र्स ऑनलाइन उपलब्ध हो सकेंगी। आज से कंप्यूटराइज रेडियोग्राफी मशीन की शुरूआत की गई है। यह मशीन विकिरण के खतरे को 50 प्रतिशत तक कम कर देगी।
डॉ अजीत मिश्रा, सिविल सर्जन भिण्ड