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भिवाड़ी

स्वच्छता के लिए श्रमिकों का भुगतान नहीं

मजदूरी नहीं मिलने पर बार-बार परिषद का गेट बंद कर देते हैं धरना, तीन महीने से वेतन नहीं मिलने पर परिषद गेट को किया बंद

भिवाड़ीMar 22, 2024 / 08:02 pm

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स्वच्छता के लिए श्रमिकों का भुगतान नहीं

स्वच्छता के लिए श्रमिकों का भुगतान नहीं

भिवाड़ी. शहर में सफाई व्यवस्था कैसे दुरस्त रहेगी जब सफाईकर्मी ही विद्रोह करेंगे। क्योंकि बीते एक साल में नियत समय पर मजदूरी नहीं मिलने पर चार बार सफाईकर्मी नगर परिषद गेट को बंद कर धरने पर बैठ चुके हैं। होली के त्योहार से पूर्व भी गुरुवार सुबह सफाईकर्मियों ने नगर परिषद गेट को बंद कर दिया। न किसी अधिकारी कर्मचारी को अंदर जाने दिया और न ही किसी को निकलने दिया। कई घंटे तक यही घटनाक्रम चलता रहा। नगर परिषद का कामकाज ठप हो गया। सफाईकर्मियों के गेट बंद करने की सूचना पर सहायक अभियंता पहुंचे और उन्होंने समझायश कर मामला सुलझाया। इसके बाद सफाईकर्मियों ने भुगतान होने की शर्त पर गेट खोला। नगर परिषद की वित्तीय स्थिति गड़बड़ चल रही है। खर्चे खूब हैं लेकिन आय के साधन कमजोर हैं। बीडा एवं आवासन मंडल ने संपत्ति बिक्री का जो अंशदान दिया उससे नगर परिषद का बोझ कुछ कम हुआ।
नगर परिषद क्षेत्र की सफाई के लिए 4.80 करोड़ का टेंडर है। टेंडर की शर्तों के अनुसार 175 सफाई कर्मचारी ठेकेदार को नियमित रूप से लगाने होंगे। 10 ट्रैक्टर-ट्रॉली, छह ऑटो ट्रिपर, पांच लोडर, दो जेसीबी और 15 रिक्शा सफाई कार्य मेें लगेंगे। परिषद क्षेत्र में 112 बीट(क्षेत्र) निर्धारित किए गए हैं। प्रत्येक बीट का एक निश्चित क्षेत्र है, जिस पर एक कर्मचारी तैनात रहेगा और उस क्षेत्र की सफाई उसे करनी होती है। 63 कर्मचारी की पांच गैंग हैं, ये गैंग अलग-अलग क्षेत्रों में जरूरत अनुसार प्रतिदिन सफाई कार्य करती हैं। इसके अलावा डोर टू डोर कचरा संग्रहण का अलग से ठेका है।
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इसलिए गेट पर आए सफाईकर्मी
सफाईकर्मियों का कहना है कि वह बाहर से आकर यहां किराए के कमरे में रहते हैं। समय पर मजदूरी नहीं मिलने से राशन, किराया, बिजली का बिल सहित अन्य खर्चे बंद हो जाते हैं। धरना देने वाले श्रमिकों में कई को तीन-चार महीने से भुगतान नहीं मिला था। इसके साथ ही पीएफ, ईएसआईसी नहीं कटने को लेकर भी आक्रोश जताया। होली के त्योहार से पूर्व जेब खाली होने से सफाईकर्मियों को मजबूरी में गेट बंद करना पड़ा।
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सफाईकर्मियों को भुगतान कराने के लिए ठेकेदार को पाबंद कराया गया है। इसके साथ ही उनकी अन्य शिकायतों की भी जांच की जा रही है।
अंकित श्रीवास्तव, सहायक अभियंता, नगर परिषद

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