स्टार प्रचारकों की सूची में हरियाणा से केवल सीएम का नामविधानसभा से फारिग होते ही दिल्ली हुए रवाना
भिवानी•Jan 22, 2020 / 05:46 pm•
Chandra Prakash sain
सीएम मनोहर लाल एक्शन में
चंडीगढ़. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दावा किया है कि निकट भविष्य में राजधानी दिल्ली में होने वाले विधानसभा के चुनाव में भारतीय जनता पूर्ण बहुमत के साथ अपनी सरकार बनाएगी। बुधवार को विधानसभा परिसर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि दिल्ली वासी आम आदमी पार्टी की सरकार का कार्यकाल देख चुके हैं। पिछले पांच साल के दौरान दिल्ली के लोगों झूठे वादों के सिवाए कुछ नहीं मिला है।
दिल्ली के लोग आम आदमी पार्टी को इस चुनाव के दौरान राजनीति से आउट करने का मन बना चुके हैं और कांग्रेस का वहां कोई जनाधार नहीं है। मनोहर लाल ने कहा कि दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह से मजबूत है। दिल्ली का चुनाव हरियाणा के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। हरियाणा के करीब आधा दर्जन जिले दिल्ली के साथ सटे हुए हैं और करीब साठ प्रतिशत क्षेत्र एनसीआर का हिस्सा है।
सीएम ने कहा कि दिल्ली में अगर भाजपा की सरकार बनेगी तो इसका लाभ हरियाणा के लोगों को भी मिलेगा। उन्होंने बताया कि बतौर स्टार प्रचारक पार्टी द्वारा उन्हें जिम्मेदारी सौंपी गई है। प्रचार और चुनाव संचालन के मद्देनजर हरियाणा भाजपा नेताओं के जिम्मे दिल्ली के 17 विधानसभा क्षेत्र आए हैं। इन क्षेत्रों का चयन हरियाणा के नेताओं द्वारा ही किया गया था। केंद्रीय नेतृत्व के निर्देशों पर बृहस्पतिवार सुबह तक हरियाणा के सभी नेता दिल्ली पहुंचकर चुनाव प्रचार व संचालन को लेकर अपनी-अपनी जिम्मेदारी संभाल लेंगे।
मुख्यमंत्री ने बताया कि 27 जनवरी से चुनाव प्रचार की अंतिम तिथि वह दिल्ली में रहकर चुनाव प्रचार करेंगे। जजपा द्वारा दिल्ली में चुनाव न लडऩे और भाजपा को समर्थन करने के फैसले का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि जहां भी आवश्यकता होगा वहां जजपा के नेताओं व कार्यकर्ताओं का सहयोग लिया जाएगा। सभी का लक्ष्य दिल्ली में भाजपा को सत्ता में लाना है।
निर्दलीय विधायकों के साथ थी भाईचारा बैठक
हरियाणा के बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने चंडीगढ़ में हुई निर्दलीय विधायकों की बैठक पर मोहर लगाते हुए कहा कि मुझे मेरे क्षेत्र की जनता ने निर्दलीय विधायक के रूप में ही चुना था। बुधवार को विधानसभा परिसर में मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि निर्दलीय चुनने के बाद मैं भाजपा के साथ हूं। कुछ समान विचारधारा वाले विधायक मेरे पास पहुंचे थे। जिनमें सातों निर्दलीय विधायक भी शामिल थे। उन्होंने दावा किया कि यह राजनीतिक नहीं बल्कि भाईचारा बैठक थी।