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भोपाल

जानिए एमपी के इन दो शहरों में मेट्रो रेल शुरू होने से क्या मिलेगा फायदा

टीओडी पॉलिसी लाने का एक बड़ा कारण शहर में अनुपातहीन गति से बढ़ रही दोपहिया एवं चार पहिया वाहनों की संख्या को कंट्रोल करना भी  है।

भोपालDec 30, 2016 / 04:06 pm

Anwar Khan

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भोपाल। मध्यप्रदेश के दो प्रमुख शहरों भोपाल और इंदौर में आने वाले सालों में मेट्रो रेल दौड़ती हुई नजर आएंगी। सरकार की ओर से मेट्रो चलाने की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। प्रोजेक्ट को लेकर कई दौर का मंथन भी इस दौरान चला है।अगले साल की शुरुआत में इस प्रोजेक्ट का काम शुरू हो जाएगा।

आपको बता दें कि इन दोनों शहरों में मेट्रो शुरू होने के बाद जनता को सिर्फ ट्रेन की सुविधा ही नहीं मिलेगी, बल्कि इस प्रोजेक्ट के साथ विकास की एक ऐसी दुनिया भी बसाई जाएगी, जहां आम जनता के लिए ढेर सारी सुविधाएं मौजूद रहेंगी।हालांकि इतना तय है कि जिन रूट्स से मेट्रो गुजरेगी, वहां जमीन की कीमतें बढ़ना तय है। इस रिपोर्ट में जानिए क्या-क्या हैं वो सुविधाएं…


स्टेशन के पास होगा पूरा बाजार
मेट्रो रेल के लिए पैसेंजर लोड का जुगाड़ करने के लिए भोपाल के 30 चुनिंदा स्थानों को ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट पॉलिसी के तहत विकसित किया जाएगा। इसके तहत मेट्रो रेल से यात्रा करने वाले यात्रियों को स्टॉपेज के पास ही पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम के सभी साधन मुहैया कराए जाते हैं।

यहां गाड़ी खड़ी कर आसानी से पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम से शहर में कहीं भी आ जा सकेंगे। इस पॉलिसी में मेट्रो स्टेशन के आसपास मिक्स लैंड यूज यानी कमर्शियल-रेसीडेंशियल लैंड यूज की छूट भी मिलेगी ताकि ऑफिस, मकान और दुकान एक ही जगह पर रहें।

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गाडिय़ों को रखने की व्यवस्था
टीओडी पॉलिसी लाने का एक बड़ा कारण शहर में अनुपातहीन गति से बढ़ रही दोपहिया एवं चार पहिया वाहनों की संख्या को कंट्रोल करना भी है। अभी 20 लाख की आबादी पर शहर में 7.50 लाख और दोपहिया वाहन, 2.90 लाख प्राइवेट कार सहित 3 लाख अन्य चार पहिया वाहन रजिस्टर्ड हैं।

यदि प्राइवेट वाहन इसी रफ्तार से बढ़े तो भविष्य में मेट्रो रेल का हश्र लो फ्लोर बसों जैसा हो सकता है जों मेंटनेंस लायक भी फंड नहीं जुटा पा रही हैं। टीओडी पॉलिसी से चुनिंदा 30 जगहों की कीमत बढ़ेगी और आम लोगों को संपत्ति का वाजिब दाम भी मिल सकेगा। राज्य शासन ने इन स्थानों पर साइट स्टडी पूरा करवा ली है, मेट्रो प्रोजेक्ट से जुड़ी फर्म मेहता एसोसिएट्स से ये स्टडी रिपोर्ट तैयार की है। 


12 बिंदु की गाइडलाइन
करोंद से एम्स और भदभदा से रत्नागिरी भेल के बीच पडऩे वाले इन इलाकों में सर्वे किया जाएगा। ये काम शहरी विकास मंत्रालय की ओर से तैयार 12 बिंदु वाली गाइडलाइन के आधार पर होगा।

इसलिए बढेंगी प्रॉपर्टी की कीमत
डीपीआर में मिक्स लैंड यूज के जरिए हाईराइज इमारतें बनेंगी। बाजार व सरकारी दफ्तरों के लिए विशेष क्षेत्र विकसित होंगे। इन क्षेत्रों में एफएआर की दरें निर्धारित होंगी। हालांकि कलेक्टर गाइडलाइन तय नहीं होने से अभी FAR पर बात आगे नहीं बढ़ पा रही है। मेट्रो के जिन रूट्स पर विकास होना है, वहां एरिया डेवेलपमेंट के लिए फण्ड की व्यवस्था होना बाकी है।


अभी यहां हैं टीओडी
दिल्ली, नोएडा और देश के बड़े महानगरों में टीओडी मॉडल विकसित किए गए हैं। इनसे आम नागरिकों को सोशल सिक्योरिटी और बेहतर कनेक्टिविटी देने की कोशिश की जा रही है।

यूं समझें क्या-क्या होगा
– इन 30 जगह पर मेट्रो रेल : बीआरटीएस, प्राइवेट कैब, ऑटो एक ही स्थान में मिलेंगे। 
– फस्र्ट एंड लास्ट कनेक्टिविटी :  इन सभी यातायात साधनों को घर, दुकान या संस्थान से मेट्रो स्टेशन तक कनेक्टिीविटी देने के चुनिंदा रास्ते होंगे। 
– मिक्स लैंड यूज : बस, रेल स्टॉपेज, घर, बाजार और दफ्तर होने से सामाजिक सुरक्षा बढ़ेगी। इस तरह के स्थान कभी सूने नहीं होंगे।
– लैंड वैल्यू कैप्चर : जमीन की उपयोगिता का पूरा इस्तेमाल होगा ताकि लोगों को प्रोजेक्ट एरिया के आसपास ही सभी सुविधाएं मिलें। 
– हाउसिंग डायवर्सिटी : इन क्षेत्रों में हर वर्ग को सहवासी सुविधा दी जाएगी। इसके लिए हाईराइज, डुप्लेक्स सहित अफॉर्डेबल बिल्डिंग प्रोजेक्ट तैयार करने के लिए हाउसिंग डायवर्सिटी एरिया तय किए जाएंगे।


इन 30 स्थानों का चयन 
– करोंद चौराहा, कृषि उपज मंडी, डीआईजी बंगला, सिंधी कॉलोनी, नारदा बस स्टैंड, भारत टॉकीज, पुल बोगदा, एेशबाग स्टेडियम के पास, सुभाष नगर अंडरपास के पास, मैदा मिल केंद्रीय विद्यालय, एमपी नगर, सरगम सिनेमा, हबीबगंज कॉम्पलेक्स, अलकापुरी, एम्स। 
– भदभदा चौराहा, डिपो चौराहा, जवाहर चौक, रंगमहल टॉकीज, रोशनपुरा चौक, मिंटो हॉल, लिलि टॉकीज, जिंसी, बोगदा पुल, प्रभात चौराहा, गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया, इंद्रपुरी, पिपलानी और रत्नागिरी तिराहा।

जल्द काम शुरू होगा
मेट्रो प्रोजेक्ट के साथ ही ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट के काम शुरू होंगे। पहले फेज के मेट्रो स्टॉपेज के आसपास केस स्टडी करवाई गई है। जल्द ही प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया जाएगा। 
– विवेक अग्रवाल, एमडी, नगरीय प्रशासन एवं विकास
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