सीएम कमलनाथ ने बच्ची के परिजन को पांच लाख की आर्थिक मदद का ऐलान किया। रहवासियों ने कमला नगर थाना क्षेत्र के नेहरू नगर चौराहे पर चक्काजाम कर आरोपी पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे है।
दरअसल, बीते शनिवार (8जून) को कमला नगर थाना क्षेत्र में 10 साल की एक मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म कर हत्या करने का मामला सामने आया था। जिसमें रविवार (9जून) को सुबह तक कमला नगर थाना पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की तो आक्रोशित भीड़ ने थाने का घेराव किया था। जिसके बाद हरकत में आयी पुलिस ने 48 घंटे के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
घटनाक्रम के मुख्य अंश
पड़ोसी की झुग्गी में टूटी पड़ी थी बेटी की चूडिय़ां
कमला नगर थाना क्षेत्र में दस साल की मासूम से दुष्कर्म और हत्या के मामले में आरोपी खंडवा निवासी विष्णु प्रसाद की झुग्गी से पुलिस को साक्ष्य मिले हैं। आरोपी की झुग्गी पड़ोस में ही है। वह यहां एक साल से किराए से रह रहा है। उसकी पत्नी उसे छोड़ चुकी है। मां साथ में रहती है। जब पुलिस विष्णु की झुग्गी में पहुंची, तो मासूम बच्ची की चूडिय़ां टूटी हुई मिलीं। वहां खून के धब्बे मिले।
संदेही आरोपी भी तलाशने का देता रहा झांसा
ये देख उसके मां-बाप और परिजन फूट-फूटकर रो पड़े। इधर, लोगों को चकमा देने के लिए आरोपी भी रात 3.30 बजे तक बच्ची को तलाशने का नाटक करता रहा। कुछ देर के लिए वो गायब भी होता रहा और शव मिलने के बाद फरार हो गया। समय रहते पुलिस झुग्गियों की तलाशी कर लेती, तो मासूम की जान बच सकती थी। चूंकि जिस संदेही की झुग्गी में पुलिस को हत्या और सेक्सुअल एसॉल्ट के प्रमाण मिले हैं। सुबह 10 बजे विष्णु की आखिरी लोकेशन मक्सी के पास मिली, तो पुलिस ने 20 सदस्यीय टीम बनाकर खंडवा व उज्जैन रवाना कर दी गई।
बुआ ने बताया- सुनी थी चीख-पुकार
बच्ची की बुआ ने बताया कि रात 2 बजे उन्हें मासूम के चीखने की आवाज सुनाई दी, लेकिन कोई दिखा नहीं। इधर, परिजनों ने संदेह के आधार पर पड़ोस की मां-बेटी के साथ मारपीट कर दी। पुलिस ने बीच बचाव कर मामला रफा-दफा किया। उन पर संदेह इसलिए कि उनके यहां कई लोगों की आवाजाही रहती है। बेटी संदेही आरोपी की दोस्त बताई जाती है। यह बात बच्ची ने उसकी मां को बताई थी।
संदेही की मां भी गायब
बस्ती निवासी अकरम ने बताया कि विष्णु की झुग्गी में उसकी मां भी नहीं थीं। जिस झुग्गी के पास मासूम बालिका की लाश मिली वह उधम सिंह की है। उन्होंने बताया कि मोहल्ले के सभी लोगों के साथ वह भी बालिका को खोजने में जुटे रहे। वह भी रात साढ़े 3 बजे तक सो नहंी सके। जब मासूम नहीं मिली, तो पौने 4 बजे के आसपास लोग लौट गए।
तीन बार दुकान पर गई थी गुटखा लेने
बताया गया है रात साढ़े आठ और पौने नौ बजे के बीच मासूम की नानी ने उसे गुटखा लेने के लिए पास की दुकान पर भेजा था। वह तीन बार गुटखा लेने गई थी। इस बीच लाइट चली गई। नानी का गुटखा लाने के बाद उसे कूलर पर रखकर कब गायब हो गई, पता नहीं चला। जब लाइट आई, तो कूलर पर नानी का गुटखा रखा हुआ मिला। इसके बाद परिजनों ने उसकी खोजबीन की। संदेही आरोपी की मां गुटखा खाती है। दुकानदार ने बताया कि वह गुटखा भी ले गई थी। यह गुटखे का पाउच संदेही की झुग्गी में कूलर पर रखा मिला है।
दोषियों को कड़ी सजा की मांग के साथ सडक़ों पर उतरे लोग
इधर, मासूम के साथ हुई घटना के विरोध में बागमुगालिया एक्सटेंशन समिति के लोग सडक़ों पर उतर आए और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उमाशंकर तिवारी की अगुआई में करीब 100 से ज्यादा लोग, जिसमें महिला, बच्चे और अस्सी साल से ऊपर के बुजुर्ग भी शामिल थे। सभी ने इस घटना की घोर निंदा करते हुए दोषियों को कड़ी सजा की मांग की है।
दूसरी तरफ प्रदेश में बच्चियों के प्रति बढ़ रहे अपराध के विरोध में भाजपा कार्यकर्ताओं ने मिंटो हाल के बाहर प्रदर्शन करते हुए प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। साथ ही आरोपी को कड़ी सजा देने की मांग की।
प्रशासन ने दी फौरी राहत, प्रस्ताव भेजा
प्रभारी कलेक्टर विजय बी दत्ता ने बताया कि जिला प्रशासन की तरफ से परिजनों को 20 हजार रुपए की आर्थिक मदद की है। आगे की मदद के लिए शासन को प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है।
सुबह से ही बस्ती छावनी में तब्दील
हत्या की जानकारी से बस्ती में दहशत फैल गई। पुलिस ने सुबह ही बस्ती में महिला और पुरुष पुलिस फोर्स तैनात कर दिया। बाद में मौके पर डीजीपी वीके सिंह भी पहुंचे। क्राइम ब्रांच मैदान में उतारी गई। थाने पर एसटीएफ की एक टुकड़ी बुलवा ली। नए शहर के करीब आठ थानों के थाना प्रभारी समेत कई पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए। साउथ एसपी संपत उपाध्याय, नार्थ एसपी शैलेन्द्र सिंह चौहान समेत कई पुलिस अफसर बस्ती का दौरा करते रहे। एहतियातन बस्ती में कुछ पुलिस बल तैनात है।