भारतीय छात्र संसद के प्रदेश समन्वयक मृत्युंजय जोशी ने बताया कि भारतीय छात्र संसद फाउंडेशन, एमआईटी स्कूल ऑफ गवर्नमेंट एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी, पुणे के संयुक्त तत्ववधान में दिनांक 23 से 28 सितंबर तक छह दिवसीय भारतीय छात्र संसद का ऑनलाइन आयोजन किया जा रहा है। भारतीय छात्र संसद 2011 से लगातार आयोजित की जा रही है। राजनीति में युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करना इस छात्र संसद का उद्देश्य है।
एक क्लिक पर आप भी हो सकते हैं शामिल
भारतीय छात्र संसद के प्रदेश समन्वयक मृत्युंजय जोशी ने बताया कि भारतीय छात्र संसद राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्रों में 29 राज्यों के 450 विश्वविद्यालयों के 25000 कॉलेजों के सक्रिय छात्रों की प्रत्यक्ष भागीदारी के साथ निरंतर युवाओं एवं छात्रों को नई दिशा देने का कार्य कर रहा हैं।
देश के कई दिग्गज शामिल
जोशी ने बताया कि भारतीय छात्र संसद का आयोजन भारत सरकार के केंद्रीय खेल और युवा कल्याण मंत्रालय और भारतीय विश्वविद्यालयों के संघ और यूनेस्को स्टडी फॉर ह्यूमन राइट्स, डेमोक्रेसी, पीस एंड टॉलरेंस की मदद से किया जा रहा है। इस छह दिवसीय छात्र संसद में झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस, केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडवीया, केंद्रीय जल संसाधन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, वाणिज्य एवं उद्योग राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस प्रवक्ता जयवीर शेरगिल, लद्दाख से लोकसभा सांसद जामयांग शेरिंग नामग्याल, इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति आशीष कुमार चौहान, इंडियन फार्मर सोसायटी के अध्यक्ष डॉक्टर कृष्ण वीर चौधरी, मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम समेत कई राजनीतिक दलों के नेता, विधायक, सांसद एवं मंत्रीगण भारतीय छात्र संसद में सामाजिक, मीडिया, अभिनय, उद्योग, कानून, आध्यात्मिक और खेल युवा दर्शकों को संबोधित करेंगे।
कोई भी हो सकता है शामिल
इस छात्र संसद में कोई भी व्यक्ति शामिल हो सकता है। इसके लिए 250 रुपए का भुगतान कर आनलाइन रजिस्ट्रेशन कराकर शामिल हो सकते हैं। पंजीयन के बाद छह दिवसीय संसद में आयोजित 10 अलग-अलग सत्रों में विभिन्न विषयों में बोलने का अवसर दिया जाएगा। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य है राजनीति में युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करना है, जिससे उनमें राजनीतिक चेतना का विकास करना।