वन विभाग ने लकड़ी जब्त करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया वहीं 100 से अधिक लोगों पर अवैध कटाई का प्रकरण दर्ज कर लिया है। मंगलवार को दोनों गांव के दो दर्जन से अधिक लोग दो वाहनों में भोपाल सीसीएफ से गुहार लगाने पहुंचे। ग्रामीणों ने बताया कि उन्हें ठेकेदार से मिले सरपंच ने गलत तरीके से फंसा दिया है। हमने सरपंच के कहने पर बिजली के तार लाने के लिए रास्ता बनाया और अब जेल जाने की नौबत आ गई है।
वन विभाग के उच्चाधिकारियों के पास शिकायत दर्ज कराने आए ग्रामीण महिपाल सिंह, रमेश सिंह , वीरेन्द्र और उनके साथियों ने बताया कि बाड़ी के पास स्थित डूडाढेही और झिरपापानी ऐसे इलाके हैं जहां आज तक बिजली नहीं पहुंची है। ठेकेदार ने बिजली पहुंचाने का काम मिला है। वन विभाग ने लाइन डालने के लिए रास्ते में आ रहे पेड़ों की शाखाएं काटने की ही इजाजत दी। ऐसे में अपने काम के लिए सरपंच से साठगांठ कर ली।
सरपंच रमेश सिंह ने ग्रामीणों को बिजली लाने के लिए श्रमदान करने बुलाया। सरपंच के बुलाने पर सरकारी काम समझकर सभी ग्रामीण पहुंच गए और पेड़ काटकर रास्ता बनाने लगे। कुछ घंटे बाद ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई और लकडिय़ां जब्त करते हुए कार्रवाई बना दी, लेकिन आखिर में सरपंच ने पूरे मामले से दूरी बना ली।
इस मामले में सीसीएफ एसपी तिवारी का कहना है कि ग्रामीणों ने कुछ लोगों की ओर से भ्रमित करके पेड़ कटवाने की शिकायत सौंपी है। मामले में सम्बंधित अधिकारियों से जानकारी मंगाई जा रही है। पूरे मामले की जांच करकार इस बारे में निर्णय लिया जाएगा।