तेज हवा और बारिश में गिरा पेड़
दो सदियों तक लोगों को अपनी छाया देने वाला कमला नेहरू पार्क का बरगद का पेड़ इस साल हुई बारिश को नहीं झेल पाया। तेज हवा और बारिश में उसकी जड़ें उखड़ गईं। पेड़ गिर चुका है है लेकिन उसके महत्व को देखते हुए अब एक बार फिर उसे जिंदा करने और फिर से खड़ा करने की कोशिश हो रही है। 200 साल पुराने इस बरगद के पेड़ ने न जाने कितना प्रदूषण झेला है और इस पर दो बार बिजली भी गिर चुकी है लेकिन इस सब के बावजूद वो 200 सालों से कमला पार्क में खड़ा हुआ था।
नगर निगम और हार्टिकल्चर विभाग का संयुक्त प्रयास
भोपाल नगर निगम और हार्टिकल्चर विभाग 200 साल पुराने इस बरगद के पेड़ के महत्व को समझते हुए अब इसे दोबारा जिंदा करने की कोशिश में जुट गए हैं। पेड़ जमीन पर गिर चुका है और उसकी जड़ें उखड़ कर ऊपर आ चुकी हैं जिन पर फिर से मिट्टी डाली जा रही है। पेड़ की जड़ों में खाद डाली जा रही है पानी दिया जा रहा है और ये कोशिश है कि एख बार फिर वो पहले की तरह लोगों को अपनी छाया दे सके। मौके पर काम कर रहे अधिकारियों का कहना है कि पेड़ की कई सारी जड़ें हैं जो कमजोर हो चुकी हैं और उखड़ गई हैं। करीब 10 ट्रक मिट्टी लाकर उन्हें ढंकने का काम किया जा रहा है और अगर सबकुछ ठीक रहा तो ये पेड़ एक बार फिर जिंदा हो जाएगा।