एडीआर ने यह रिपोर्ट सांसदों के द्वारा दिए गए चुनावी हलफनामे के आधार पर की है। इस विशलेषण में सांसदों के क्राइम रिकॉर्ड, शिक्षा और संपत्ति का जिक्र है। एडीआर के अनुसार मध्यप्रदेश के 31 फीसदी सांसदों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। लक्ष्यद्वीप के सौ फीसदी सांसदों का क्रिमिनल रिकॉर्ड है। एमपी के नौ सांसदों पर क्रिमिनल केस दर्ज हैं जबकि पांच पर क्राइम के गंभीर मामले दर्ज हैं।
वहीं, अगर संपत्ति की बात करें तो मध्यप्रदेश के 93 फीसदी सांसद करोड़पति हैं। जिसमें सबसे ज्यादा संपत्ति कमलनाथ के बेटे और छिंदवाड़ा से सांसद नकुलनाथ के पास है। नकुलनाथ के पास 660 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति है। वह सिर्फ मध्यप्रदेश ही नहीं पूरे देश के सबसे अमीर सांसद हैं।
इसके साथ ही प्रदेश में सबसे कम संपत्ति वाले सांसद की बात करें तो उसमें भोपाल की सांसद साध्वी प्रज्ञा का नाम है। उनके पास महज 4 लाख 44 हजार 224 रुपये की संपत्ति है। साध्वी सबसे कम संपत्ति वाले सांसदों में पूरे में देश में चौथा स्थान रखती हैं।
दूसरी बार चुनाव जीतने वाले सांसदों की संपत्ति की बात करें तो मध्यप्रदेश में रीति पाठक की संपत्ति पांच सालों में सबसे ज्यादा बढ़ी है। बीजेपी की रीति पाठक इस बार सिद्धी से चुनाव जीतकर संसद पहुंची हैं। उनकी संपत्ति 54 फीसदी बढ़ी है। रीति पाठक के पास 2014 में कुल 3 करोड़ 34 लाख 16 हजार 561 रुपये की संपत्ति थी। वहीं, 2019 में 5 करोड़ 15 लाख 41 हजार 791 रुपये की हो गई। यानी की उनकी संपत्ति 1 करोड़ 81 लाख 25 हजार 230 रुपये बढ़ी।